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बृज भूमि के बाद एमपी में तैयार होने जा रहा नया कृष्ण तीर्थ, मोहन सरकार की ‘श्रीकृष्ण पाथेय’ योजना पर काम शुरू

shri krishna tirth MP : मध्य प्रदेश में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए आज से शुरू हुआ 5 दिवसीय जगन्नाथ रथ यात्रा का दौर, जहां-जहां से गुजरे भगवान वहां होगा श्रीकृष्ण धाम, जानें क्या है मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार की 'श्रीकृष्ण पाथेय' योजना

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jagannath rath yatra

Shri krishna tirth MP: जगन्नाथ रथ यात्रा मध्य प्रदेश में भी शुरू हो गई है। गुरुवार 11 जुलाई को अशोक नगर, बालाघाट तथा बड़वानी में जगन्नाथ रथ यात्रा का शुभारंभ किया गया। ये जगन्नाथ रथ यात्रा 15 जुलाई को धार्मिक नगरी उज्जैन में संपन्न होगी। बता दें कि एमपी में जगन्नाथ रथ यात्रा भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए शुरू की गई है। ताकि लोगों को पता चल सके कि मध्य प्रदेश जल्द ही भगवान श्रीकृष्ण तीर्थ स्थल भी कहलाएगा। दरअसल अब मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने कृष्ण भक्तों को खुशी की सौगात देते हुए, श्रीकृष्ण पाथेय योजना की शुरुआत जगन्नाथ यात्रा से कर दी है।

जानें क्या है श्रीकृष्ण पाथेय योजना

मध्य प्रदेश की मोहन सरकार की श्रीकृष्ण पाथेय योजना के तहत एमपी को भविष्य में भगवान श्रीकृष्ण के तीर्थ स्थल के रूप में नई पहचान दिलाना है। इस योजना के तहत प्रदेश जिन शहरों में प्राचीन मंदिर और तीर्थ मौजूद हैं, उन्हें भगवान श्रीकृष्ण तीर्थ स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा। वहीं नए स्थानों पर इस्कॉन प्रबंधन द्वारा भगवान श्री कृष्ण के मंदिर बनाए जाएंगे।

श्रीकृष्ण भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए इस्कॉन प्रबंधन ने एमपी के 17 स्थानों से रथ यात्रा की शुरुआत की है। इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास प्रभु ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन के सांदीपनि आश्रम, ग्राम नारायणा, धार के अमझेरा और बदनावर भी आए थे। भगवान के जहां-जहां चरण पड़े हैं, उन स्थानों को श्रीकृष्ण पाथेय योजना के तहत राज्य सरकार संवारेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा के बाद इन स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस्कॉन मंदिर प्रबंधन भी श्रीकृष्ण गमन पथ के रूप में चिह्नित प्रदेश के प्रमुख शहरों में मंदिर निर्माण की योजना बना रहा है। बदनावर में मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है। जल्द ही सागर और बीना में मंदिर निर्माण शुरू होगा।

प्रदेश में कृष्ण भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए इस वर्ष 17 स्थानों से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। परम पूज्य भक्त प्रेम स्वामीजी महाराज के मार्गदर्शन में निकाली जा रही इन यात्रा की शुरुआत सात जुलाई को उज्जैन से हुई है। आठ जुलाई को बदनावर व बीना, नौ जुलाई को टीकमगढ़, 10 जुलाई को छिंदवाड़ा में यात्रा निकल चुकी है।

शुरू हुई 5 दिवसीय जगन्नाथ रथ यात्रा

  • 11 जुलाई अशोक नगर, बालाघाट तथा बड़वानी
  • 12 जुलाई सिवनी व तराना
  • 13 जुलाई नागदा व मंदसौर
  • 14 जुलाई नीमच, गुना व आष्टा
  • 15 जुलाई उज्जैन में वापसी रथ यात्रा

आषाढ़ शुक्ल द्वितीया से दशमी तक निकाली जाती है रथ यात्रा

जगन्नाथपुरी देव स्थान ट्रस्ट ने आषाढ़ शुक्ल द्वितीया से दशमी तक भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकालने की व्यवस्था सुनिश्चित कर रखी है। इसके अनुसार इस्कॉन मंदिर प्रबंधन की ओर से मध्य प्रदेश में द्वितीया से दशमी तिथि तक यात्रा निकाली जा रही है। भगवान के लिए विशेष रथों का इंतजाम भी इस्कॉन प्रबंधन ही कर रहा है।

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