28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बाजार में अब आ गया सोयाबीन का टेस्टी पनीर, सस्ता और शुद्ध भी

बाजार रेट से दाम कम, खाने की क्वालिटी बेहतर, राजधानी की गुनगा पंचायत में महिलाओं का नवाचार, सोयाबीन न बेचकर उससे बना रहीं पनीर, आय में हुआ इजाफा

2 min read
Google source verification
paneer_gunga.png

राजधानी की गुनगा पंचायत में महिलाओं का नवाचार

भोपाल. एमपी की राजधानी में जबर्दस्त प्रयोग हुआ है। यहां के गुनगा पंचायत में महिलाएं सोयाबीन पीसकर पनीर बना रही हैं। यह पनीर न केवल सस्ता है बल्कि पूर्णत: शुद्ध भी है। सबसे खास बात यह है कि सोयाबीन का यह पनीर बेहद टेस्टी भी है जिसके कारण बाजार में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

देशभर में मध्यप्रदेश की पंचायतें यूं ही आगे नहीं हैं बल्कि इसका ठोस कारण है। यहां के गांवों की स्व सहायता समूहों की महिलाएं भले ही कम पढ़ी लिखी हैं, लेकिन उनके काम और नवाचार की कोई कमी नहीं है। गुनगा पंचायत के देवली गुंगा समूह की महिलाओं ने भी इसकी मिसाल पेश की है।

यहां की महिलाओं सपना, संगीता कुशवाहा, किरण वरैया, साधना लोधी सोयाबीन पीसकर पनीर बना रही हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा मशीनें लगा रखी हैं। अभी ये सभी रोजाना पचास किलो पनीर तैयार कर रहीं हैं, जिसकी बिक्री पंचायतों से लेकर शहर में की जाती है। यह बाजार में बिक रहे पनीर से सस्ता है, मिलावट की आशंका इसमें न के बराबर है।

बाजार में बढ़ रही डिमांड
जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह बताते हैं कि गुनगा पंचायत के स्व सहायता समूह का पनीर काफी फेमस हो रहा है। बाजार में इसकी डिमांड भी बढ़ रही है। टैक्स कलेक्शन की तारीफ भी हुई है। इन कार्यों से सहायता समूहों की आय भी बढ़ रही है।

आय बढ़ने सुधर गया जीवनस्तर
स्व सहायता समूहों की महिलाओं के नवाचार और उनकी तरफ से किए जा रहे कार्यों की बदौलत ही यहां की पंचायतें आगे हैं। इससे उनकी आय बढ़ रही है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई का स्टेटस भी संवर रहा है। अब वे अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा रही हैं। वहीं सोयाबीन बेचने का झंझट भी खत्म हो गया है। अब इससे पनीर बनाकर बाजार में बेच रही हैं।