
Schools Teacher
Schools Teacher: बच्चों को शिक्षा देने में स्कूलों के शिक्षक कितने लायक है इसका पता लगाया जा रहा है। शहर के 122 स्कूलों में इसका टेस्ट हुआ है। जिसमें करीब 20 हजार बच्चों ने हिस्सा लिया। टेस्ट के रिजल्ट से शिक्षकों को अंक मिलेंगे। खासतौर पर विज्ञान, गणित और अंग्रेजी को परखने आयोजन हो रहा है।
राजधानी सहित मध्यप्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयोग किए गए है। हर प्रयोग का उद्देश्य बच्चों को सीखने के स्तर में तेजी लाना है। इसका जिम्मा शिक्षकों पर है। इनकी योग्यता को परखने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय अचीवमेंट सर्वेक्षण (एनएएस) कराया गया। इसके लिए केन्द्र से भोपाल में टीम पहुंची थी।
यह सर्वे शहर के 122 स्कूलों में हुआ। इनमें शासकीय 45 , प्राइवेट 47 , सेंट्रल 20, अनुदान प्राप्त 10 स्कूल शामिल हैं। यहां के विद्यार्थियों ने ओएमआर शीट से परीक्षा दी। इसमें तीन कक्षाओं के विद्यार्थी शामिल रहे। शहर के 40 स्कूलों में कक्षा तीन के विद्यार्थियों ने सर्वे में हिस्सा लिया। छठवीं के 38 स्कूल और नौंवी के 44 स्कूलों ने इसमें हिस्सा लिया था।
राष्ट्रीय अचीवमेंट सर्वे किसी छात्र या शाला का मूल्यांकन नहीं, बल्कि बच्चों के सीखने का मूल्यांकन है। पहला सर्वे 2001 में फिर 2014, 2017 में कराया। 2020 में कोविड के कारण इसे रोका गया। अब इसका आयोजन हो रहा।
यह केन्द्र स्तर पर कराया जाता है। इसके आयोजन के लिए टीमें भी केन्द्र से आई। राजधानी के 122 स्कूलों में यह आयोजन कराया गया।- एनके अहिरवार, जिला शिक्षा अधिकारी
Published on:
05 Dec 2024 09:11 am
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