27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

संकट के समय इन लोगों का कहना है, ‘खाना हम खिलाएंगे, आप कोरोना को हराइये’

इस दौर में अनगिनत लोग समस्याओं से गुजर रहे हैं, वहीं मदद के लिए कई लोग सामने आए हैं.....

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

shazeb khan

May 11, 2021

food.png

food packets

भोपाल। कोरोना संक्रमण (coronavirus) के इस दौर में अनगिनत लोग समस्याओं से गुजर रहे हैं। हजारों लोग कोरोना की चपेट में आने के बाद होम आइसोलेशन में हैं तो कुछ लंबे समय से अस्पतालों में एडमिट हैं। इनमें कुछ ऐसे मरीजों के परिजन हैं, जो कई-कई दिनों से अस्पतालों के बाहर डेरा डालकर बैठे हुए हैं।

इन लोगों के सामने खाने-पीने का संकट है। ऐसे ही मरीजों के परिजनों की मदद के लिए शहर के कई लोग सामने आए हैं। जो लगातार इन लोगों को खाना-पानी पहुंचा रहे हैं। इन लोगों का बस यहीं कहना है कि खाना हम खिलाएंगे, आप कोरोना को हराइये।

MUST READ: सेवा भाव: कोरोना संकट काल में मरीजों को परेशान देखा तो घर बेचकर खरीदी एंबुलेंस

सभी को आगे आने की है जरुरत

राजधानी के नेहरु नगर में रहने वाले 'हम लोग' शिक्षा एंव समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष नीतेश नेमा अपने दोस्तों मुनिन्द्र सिंह, राहुल गजवीय के साथ मिलकर नेक काम कर रहे हैं। कोरोना संकट की दूसरी लहर में वे रोज अस्पतालों के बाहर मरीजों के परिजनों के लिए खाना लेकर पहुंचते है। परिजनों के साथ ही आसपास की बस्तियों में रहने वाले लोगों व बच्चों को खाने के पैकेट दे रहे हैं। उनका कहना है कि इस समय देश पर संकट खड़ा है, इसलिए सभी को आगे आने की जरूरत है।

इन लोगों ने लिया है दो वक्त की रोटी का जिम्मा

नीतेश का कहना है कि शहर में लॉकडाउन लगा हुआ है लेकिन गरीब लोगों के लिए ये परेशानी बन रहा है। लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस लगातार सख्ती कर रही है ताकि लोग घरों में सुरक्षित रह सकें मगर इस लॉकडाउन के कारण कई परिवारों को दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही।

साथ ही मरीजों के परिजनों के खाने के व्यवस्था भी नहीं हो पा रही है क्योंकि सारे होटल, रेस्ट्रो बंद हैं। ऐसे में इन परिवारों तक भोजन पहुंचाने का जिम्मा हमने लिया है। आगे आने वाले दिनों में भी इस काम के निरंतर जारी रखेंगे।