
Umang Singhar's tweet on demolition of Junnardev MLA Sunil Uike's building
Junnardev MLA Sunil Uike - एमपी के एक विधायक के निर्माण पर हथौड़ा चला है। छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव के विधायक सुनील उइके के निर्माण प्रशासन ने ध्वस्त कर दिए। विधायक के परासिया स्थित मॉल पर ये कार्रवाई की गई।प्रशासन ने कहा कि विधायक ने मॉल बिल्डिंग में अवैध निर्माण कराया है जिसे सख्ती से हटा दिया गया। सुनील उइके कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस नेताओं ने विधायक के निर्माण तोड़ने पर गुस्सा जताते हुए कहा कि सरकार विपक्षी विधायकों पर राजनैतिक रंजिशवश कार्रवाई कर रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार आदिवासी जनप्रतिनिधियों की आवाज़ दबाने में लगी है। कांग्रेस पार्टी इस मामले में विधायक के साथ खड़ी है। पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र और छिंदवाड़ा के पूर्व सांसद नकुल नाथ ने भी इस कार्रवाई की निंदा की।
एमपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधायक सुनील उइके के निर्माणों पर प्रशासनिक कार्रवाई की जमकर खिलाफत की। उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर लिखा-
भाजपा सरकार आदिवासी जनप्रतिनिधियों की आवाज़ दबाने में लगी है।
जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उइके जी के निर्माण कार्य पर प्रशासन द्वारा की जा रही विध्वंस कार्रवाई राजनीतिक द्वेष का परिणाम है।
भाजपा सरकार और प्रशासन बदले की कार्रवाई कर रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस विधायक लगातार भाजपा की नीतियों और कुरीतियों के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं।
यह आदिवासी समाज को डराने की साजिश है, जिसका कांग्रेस डटकर विरोध करेगी। पूरी कांग्रेस पार्टी इस मामले में विधायक सुनील उइके जी के साथ खड़ी है।
एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र और छिंदवाड़ा के पूर्व सांसद नकुल नाथ ने भी विधायक सुनील उइके के मॉल पर की कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने इसे प्रशासन की द्वेषपूर्ण कार्रवाई बताया है नकुलनाथ ने अपने एक्स हेंडल पर लिखा-
आज आदिवासी जनप्रतिनिधि जामई-जुन्नारदेव विधायक श्री @Suniluikey_INC के परासिया स्थित मॉल पर शासन-प्रशासन द्वारा की गई द्वेषपूर्ण कार्रवाई घोर निंदनीय है।
*यह कार्रवाई इस बात का परिणाम है कि विधायक श्री सुनील उइके ने जिले में आदिवासियों की ज़मीन के जबरन रूपांतरण, सस्ते दामों पर ख़रीद-फ़रोख़्त और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के ख़िलाफ़ खुलकर आवाज़ उठाई।
जो सच बोलता है, उसे इस तरह डराने-धमकाने की कोशिश करना सत्ता का दुरुपयोग और कायरता है।
शासन-प्रशासन यह बात अच्छी तरह समझ ले -उनकी इस कार्रवाई से आदिवासी समाज डरने वाला नहीं है। अब आदिवासी समाज पूरे साहस और एकजुटता के साथ ऐसे अन्याय और दमन का डटकर मुकाबला करेंगे।
जिले का हर परिवार मेरा परिवार है और उन पर होने वाली हर चोट पहले मुझसे होकर गुजरेगी।
हम अन्याय के सामने कभी झुकने वाले नहीं हैं और सच्चाई के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे।
यदि ऐसी राजनीति से प्रेरित कार्रवाई दोबारा की गई, तो कांग्रेस पार्टी और आदिवासी समाज सड़कों पर उतरकर इसका जवाब देगा और प्रशासन को कठोर जनाक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
Updated on:
10 Sept 2025 04:00 pm
Published on:
10 Sept 2025 03:09 pm
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