दीपावली रात के बाद करीब दो डिग्री तापमान में गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक खासकर उत्तर भारत से लगे ग्वालियर-चंबल संभाग में रविवार को सुबह से एक से लेकर दो डिग्री तक तापमान में गिरावट आ सकती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के बाद ठंड और तेज पड़ेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि 17 नवंबर को इस सिट्म के आगे बढ़ने के बाद हवा का रुख बदलेगा। इसके बाद उत्तर भारत में बर्फबारी का दौर तेज हो सकता है। इसके बाद उत्तरी हवा का रुख जैसे ही मैदानी इलाकों की तरफ पश्चिमी और दक्षिणी हो जाएगा तो मध्यप्रदेश भी शीतलहर की चपेट में आ जाएगा। संभावना व्यक्त की जा रही है कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में ही मध्यप्रदेश शीतलहर की चपेट में आ सकता है।
11 डिग्री पहुंचा मंडला का तापमान
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई। जबकि बाकी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। न्यानतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ। शहडोल संभाग के जिलों में सामान्य से विशेष रूप से अधिक, इंदौर संभाग के जिलों में सामान्य जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक तथा शेष संभागों के जिलों में सामान्य से काफी अधिक रहा। प्रदेश में सबसे कम तापमान 11 डिग्री से. मंडला का दर्ज हुआ।
पचमढ़ी में पड़ेगी ज्यादा ठंड
मध्यप्रदेश में आमतौर पर सबसे ठंडा रहने वाला हिल स्टेशन इस बार ज्यादा ठंडा हो सकता है। यहां के पहाड़ी इलाकों में जहां, सूरज की रोशनी कम पहुंच पाती है, वहां का तापमान 1 डिग्री तक पहुंच जाता है। जबकि कुछ इलाकों में 0 डिग्री के करीब तक पहुंच जाता है।
-इसके बाद पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी शुरू होगी।
-पहली बर्फबारी का सिलसिला दो दिनों तक हो सकता है।
-पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ने से हवाओं का रुख फिर उत्तरी हो जाएगा।
-उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं से मध्यप्रदेश में ठंड बढ़ जाएगी।
-कुछ जिलों में शीतलहर भी चल सकती है।