
World Alzheimer's Day 2024: राजधानी के 66 वर्षीय उदय शंकर शर्मा को करीब तीन साल पहले भूलने की बीमारी शुरू हुई। अब वह यह भूल चुके हैं कि कार का गेट कैसे खुलता है। पहले उन्होंने इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया। अब पूरा परिवार परेशान है। शर्मा ही नहीं राजधानी के करीब 17 हजार बुजुर्ग बढ़ती उम्र में भूलने की बीमारी से परेशान हैं। चिकित्सक इसे अल्जाइमर बताते हैं। जो 60 वर्ष की उम्र के बाद अपना असर दिखाती है। सक्रिय लाइफ से इससे बचा जा सकता है।
अल्जाइमर एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में 60 साल से अधिक आयु की कुल आबादी में 6.7 फीसदी बुजुर्ग अल्जाइमर की चपेट में हैं। जबकि देश में यह आंकड़ा 7.4 फीसदी है। 60 से अधिक आयु की 9 फीसदी महिलाएं और 5.77 फीसदी पुरुष इससे प्रभावित हैं।
जीएमसी के मनोरोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रुचि सोनी के अनुसार डिमेंशिया कई प्रकार के हैं। इनमें से एक अल्जाइमर हैं।
प्रति दिन ओपीडी में दो से तीन अल्जाइमर के मरीज आ रहे हैं। इस बीमारी को बढऩे से रोकना संभव है। लेकिन पूरी तरह से ठीक करना बेहद मुश्किल।
- -डॉ. जेपी अग्रवाल, विभागाध्यक्ष, मनोरोग विभाग, हमीदिया अस्पताल
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Published on:
21 Sept 2024 01:10 pm
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