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(भुवनेश्वर): आज पूरी दुनिया की नजर तेजी से विकास के पथ पर बढ रहे भारत की तरफ है। आने वाले समय में भारत बुलेट ट्रेन के पहीयों से विकास के रास्ते पर अपने पांव जमाकर चलने वाला है। पर देश में गरीबी ने अभी भी मजबूती से गरीबी ने अपने पांव जमा रखे है। देश में कई ऐसे इलाके है जहां लोग मूलभूत सुविधा से भी वंचित है,गरीबी से पीड़ित लोगों के खाने के भी लाले पड रहे है। ऐसे हालात ज्यादातर आदिवासी इलाकों में देखने को मिलते है। भूख से अपनी जांन गंवा देने का ऐसा ही एक मामला ओडिशा के नवरंग जिले के आदिवासी क्षेत्र से सामने आया है। जहां पर भूख से परेशान दो आदिवासी महिलाओं की कथित तौर पर आम की सूखी गुठली खाने से मौत हो गई।
नवरंग जिले के आदिवासी क्षेत्र में आम की सूखी गुठली खाने से दो आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई। झडिगाओं ब्लॉक के गाँव के मैनपद्र में गरीबी इतनी है कि लोगो को खाने तक नही है। खाद्यान्न के आभाव में आम की गुठली आदि खाकर गुजारा करते हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस क्षेत्र के आदिवासी लोगों की गुठलियां खाते रहने की आदत है। मृतकों की पहचान सुधामनी शांता व नमिता शांता के रूप में हुई। दो अन्य महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं। जिला अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि मौत का कारण विषाक्त भोजन हो सकता है। कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।
Published on:
21 Aug 2018 03:43 pm
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