
Bijapur News: इंद्रावती टाइगर रिज़र्व क्षेत्र के मोदकपाल गांव में वन विभाग के कार्रवाई के खिलाफ ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे को दो घंटे तक जाम कर दिया। यह कार्रवाई तब हुई जब वन विभाग की संयुक्त टीम ने गांव में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में बेशकीमती लकड़ी बरामद करने का दावा किया था।
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ने उनके घरों से सागौन की लकड़ी, जो उनके घरों के निर्माण और फर्नीचर के लिए इस्तेमाल हो रही थी, जब्त कर ली। उनका आरोप है कि यह लकड़ी अवैध नहीं थी और इसका इस्तेमाल केवल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनके घरों के निर्माण के लिए किया जा रहा था।
गुस्साए ग्रामीणों ने छोटे बच्चों को लेकर बीजापुर-भोपालपटनम सड़क पर प्रदर्शन करते हुए नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। दो घंटों तक आवागमन बाधित रहा। वे मांग कर रहे हैं कि जब्त की गई लकड़ी उन्हें वापिस की जाए। अधिकारियों की समझाईश के बाद यातायात को बहाल कर दिया गया है, लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा है कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो वे फिर से प्रदर्शन करेंगे।
Bijapur News: सूत्रों के अनुसार, कई ग्रामीणों ने अपनी सागौन लकड़ी का उपयोग प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दरवाजे, खिड़कियां और चौखट बनाने के लिए किया था। घर के साजो सामान और फर्नीचर के लिए सागौन की लकड़ी का सालों से उपयोग हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा भोपालपटनम और मद्देड रेंज में काटे गए सैकड़ों हजारों सागौन पेड़ों को काटे गए स्थल में भी वनविभाग कार्रवाई करने में ऐसी ही जल्दबाजी दिखाये।
Updated on:
26 Dec 2024 11:05 am
Published on:
26 Dec 2024 11:04 am
बड़ी खबरें
View Allबीजापुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
