
CG News: नक्सलवाद की छाया से धीरे-धीरे उबर रहा अबुझमाड़ अब बदलाव को तैयार है। विकास से अछूते रहे इस दुर्गम इलाके में अब सड़क का जाल बिछाने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है। इसकी शुरुआत ओरछा से बीजापुर तक सड़क निर्माण की शुरुआत से हो रही है। इस सड़क निर्माण को सुरक्षा देने के लिए इन इलाके में सुरक्षा बलों के दो नए कैंप स्थापित किए गए हैं और दस और कैंपो की स्थापना की जाएगी। यह बदलाव न सिर्फ आवागमन की सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय व्यापार, कृषि और प्रशासनिक पहुंच भी आसान बनेगी।
इस के तहत ओरछा से आदेर, जाटलूर, हरवेल, धोबे, डोंडीमरका, पदमेटा और लंका होते हुए करीब 65 किलोमीटर लंबी सड़क बीजापुर के बेदरे से जोड़ी जाएगी। ओरछा से बीजापुर तक बन रही सड़क से करीब 18 ग्राम पंचायतों के 100 अधिक गांव सड़क मार्ग सीधे जुड़ जाएंगे। वर्तमान में इन गांवो तक पहुंचने के लिए दो से तीन दिनों तक पैदल चलना पड़ता था सड़क बनने के बाद अब वही दूरी कुछ घंटों में पूरी की जा सकेगी। यह बदलाव न सिर्फ आवागमन की सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय व्यापार, कृषि और प्रशासनिक पहुंच भी आसान बनेगी।
50 किलोमीटर का सफर कम होगा और यात्रा का समय भी काफी घट जाएगा। इससे एक घंटे के सफर में ओरछा से बीजापुर आसानी से पहुचा जाएगा। घंटे भर में पहुंचेंगे जिला मुख्यालय… वर्तमान में नारायणपुर से बीजापुर जाने के लिए लोगों को पल्ली-धौड़ाई, बारसूर और गीदम होते हुए नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 200 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। लेकिन अब नारायणपुर जिला मुख्यालय ओरछा से बीजापुर सड़क के निर्माण के बाद यह दूरी घटकर करीब 150 किलोमीटर रह जाएगी।
अबुझमाड़ ओरछा ब्लॉक मुख्यालय से बड़े तोंडाबेड़ा, आदेर, ढोंढरबेड़ा, कुडमेल, जाटलूर, हरवेल, धोबे, डोंडीमरका, पदमेटा से लंका करीब 65 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य होगा। वही लंका के दूसरे छोर पर इंद्रावती नदी किनारे बीजापुर जिले का बेंद्रे गांव बस हुआ है। इस बेंद्रे गांव के पास इंद्रावती नदी पुल निर्माण कार्य चल रहा। इसमें पुल आधा निर्माण पूर्ण हो गया है। पुल निर्माण के बाद नारायणपुर जिले का लंका गांव बीजापुर जिले के बेंदरे गांव से आसानी से जुड़ जाएगा।
Published on:
08 Oct 2025 02:13 pm
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