
Naxal Attack in Bijapur: नक्सलियों ने एक ही दिन में दो जनप्रतिनिधियों की हत्या कर दी है। इसमें एक तो पूर्व सरपंच था। इसे नक्सली पहले अपने साथ ले गए थे। बता दें कि आने वाले कुछ सप्ताह में इस क्षेत्र में पंचायत चुनाव होने वाले हैं। चुनाव के दौरान अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए नक्सली हत्या व हमले जैसी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं। साफ जाहिर है कि नक्सली जनप्रतिनिधियों पर अपना दबाव बनाने के लिए ऐसी खूनी वारदात को अंजाम देे रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सरपंच सुकलु फरसा (45) बीते मंगलवार को आदवाडा (बिरयाभूमि) गांव के रास्ते से जा रहे थे। यहां पर 3 नक्सलियों ने उसे पकड़ा व पूछताछ के बहाने अपने साथ जंगल की ओर लेकर चले गए। दो दिन तक वे सुकलु फरसा को लेकर इधर- उधर घूमाते रहे। इस बीच दहशत की वजह से परिजन ने इसकी जानकारी पुलिस तक को नहीं दी थी।
अपहरण के 24 घंटे बाद नक्सलियों ने बुधवार आधी रात में गांव के समीप ही उसकी हत्या कर शव को सड़क पर फेंक दिया। शव के पास एक भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नाम पर्चा नक्सलियों छोड़ा है। इसमें आरोप लगाया है कि पूर्व सरपंच भाजपा कार्यकर्ता रहा है, उसे इसकी सजा दी जा रही है। ग्रामीणों के द्वारा इस हत्या की सूचना भैरमगढ़ पुलिस को दी है। घटना की सूचना मिलने पर भैरमगढ़ व जांगला थाना से जवानों को रवाना किया गया है।
ज्ञात हो कि बुधवार को परिजन और बेटी यामिनी फरसा ने थाना में सूचना के दौरान सोशल मीडिया में पिता को छोड़ने की मार्मिक अपील भी की थी। भैरमगढ़ के एसडीओपी तारकेश साहू ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पूर्व सरपंच की हत्या की सूचना मिली है, सुरक्षा बलों का दल घटनास्थल रवाना हो गया है। (Chhattisgarh News) अंदरुनी क्षेत्र होने से पुलिस पार्टी को पहुंचने में समय लगेगा, शव को भैरमगढ़ लाया जाएगा पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
Naxal Attack in Bijapur: एक अन्य घटना में बीजापुर ब्लॉक के कडेर के पूर्व सरपंच सुखराम अवलम की भी आधी रात नक्सलियों ने हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि नक्सली सुखराम अवलम की सक्रियता से नाराज थे। वे उसे पुलिस का मुखबिर समझते थे। पहले भी उसे नक्सलियों ने चेतावनी दी थी।
बताया जा रहा है कि आधा दर्जन से अधिक नक्सली सुखराम के घर पहुंचे थे। उन्होंने उसे घर से बाहर निकाला व पूछताछ के बहाने अपने साथ लेकर चले गए। कुछ दूर ले जाकर उन्होंने उसकी बेदम पिटाई करनी शुरू कर दी। परिजन उसे छोड़ने की गुजारिश करते रहे। पिटाई से बेहोश होकर वह गिर पड़ा। कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
इसके बाद नक्सली चेतावनी देते हुए वहां से चले गए। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। नैमेड थाना क्षेत्र के एएसपी चंद्रकांत गवर्ना ने इस घटना की पुष्टि की है।
Updated on:
06 Dec 2024 10:22 am
Published on:
06 Dec 2024 08:03 am
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