
Naxalites called for Sukma-Bijapur bandh on 3 April: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले ही बस्तर में नक्सल गतिविधियां तेज हो गई हैं। आए दिन इस क्षेत्र में जवानों व नक्सलियों में मुठभेड़ हो रही है। सुरक्षा बल भी नक्सलियों को मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं जिसके चलते नक्सलियों में भारी बौखलाहट देखने को मिल रही है। इसी आक्रोश में आदिवासियों को भड़काने के लिए नक्सलियों ने पर्चों के माध्यम से भ्रामक प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है।
CG Naxal Attack: पर्चों में नक्सलियों ने मुठभेड़ों को झूठा बताते हुए लिखा है कि इससे केवल निर्दोष आदिवासियों की जान जा रही है। पर्चों में नक्सलियों ने 3 अप्रैल को सुकमा-बीजापुर जिले को बंद रखने की बात भी लिखी है। इस बार पर्चों को प्रसारित करने का दावा कर रही है बीजापुर में नक्सलियों की दक्षिण बस्तर डिवीजन समिति। पर्चों में नक्सलियों (Lok Sabha Election 2024) की इस समिति के स्वघोषित सचिव गंगा का नाम भी है।
Maoism and Naxalism in Chhattisgarh: पर्चों में नक्सली आदिवासियों को यह कह कर भड़का रहे है कि सुरक्षाबलों के निशाने पर ग्रामीण हैं न कि माओवादी। हमेशा की तरह स्वयं को आदिवासियों का हितैषी बताने वाले नक्सलियों ने इस बार भी पर्चों में सुरक्षाबलों के खिलाफ ऐसी भड़काऊ बातें लिखी जिससे स्थानीय निवासियों का सरकार और पुलिस पर से भरोसा और कम हो जाए।
बीते दिनों बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बासागुड़ा थाना के पोलमपल्ली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों (Naxalites) ने डिप्टी कमांडर समेत 6 नक्सलियों को मार गिराया था। जवानों ने बताया कि, मुठभेड़ में नागेश की पत्नी सोनी भी मारी गई।
Updated on:
30 Mar 2024 09:01 am
Published on:
29 Mar 2024 12:06 pm
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