
बिजनौर. नगीना सीट से भाजपा दलित सांसद डॉ. यशवंत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी को पत्र लिखकर आरक्षण की मांग की है। उन्होंने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने चार साल में दलितों के लिए कोई काम नहीं किया है। साथ ही पीएम मोदी को याद दिलाते हुए कहा कि जब हम सांसद बनकर आए थे तो आपने कहा था कि यह सरकार गरीबों, दलितों और वंचितों की सरकार है। उस समय लगा था आप जरूर दलित पिछड़े समाज के हितों का ध्यान रखते हुए आरक्षण का बिल पास कराएंगे, लेकिन अाज भी हमें सांसद होने के बावजूद समाज को जवाब देना मुश्किल हो रहा है।
बिजनौर की नगीना सीट से सांसद डॉ. यशवंत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर दलित हित में कार्य किए जाने की अपील की है। सांसद ने पत्र में लिखा है कि मैं अगर सांसद बना हूं तो केवल दलित होने के कारण। मैं आपसे मिला था और प्रमोशन में आरक्षण बिल को पास कराने की मांग की थी, लेकिन आपके द्वारा अभी तक इस बिल के बारे में कुछ भी नहीं सोचा गया है। इस सरकार के 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी देश के 30 करोड़ दलितों के प्रत्यक्ष हित के लिए सरकार द्वारा कुछ भी नहीं किया गया है। मैं पत्र के माध्यम से आपसे निवेदन करता हूं कि दलित हित को ध्यान में रखते हुए सरकार कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को लेकर एससी—एसटी एक्ट फैसले के खिलाफ पैरवी करके इस फैसले को पलटवाए। साथ ही बैकलाग की सीटों को भी भरा जाए और प्राइवेट कंपनी में एससी—एसटी एक्ट को लागू किया जाए।
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डॉ. यशवंत सिंह की राजनीति पर एक नजर
यहां बता दें कि बिजनौर के नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट से डॉ. यशवंत सिंह ने 2014 में चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। वे 2002 से 2006 तक जानसठ सुरक्षित सीट से आरएलडी से ब्लॉक प्रमुख और विधायक भी रहे। 2007 में यशवंत सिंह ने आरएलडी से किनारा कर लिया और इसी सीट पर 2007 में बसपा से चुनाव लड़े और जीत भी हासिल की। 2012 में यशवंत सिंह दोबारा बसपा से इसी सीट पर चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। इसके बाद 2014 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और बिजनौर की नगीना लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। बता दें कि वे बसपा सरकार में नगरीय विकास मंत्री भी रहे हैं।
Published on:
07 Apr 2018 11:00 am
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