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Bijnor: विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोगों की क्वारंटीन अवधि खत्म, अब लौटे सकेंगे घर

Highlights - निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोगों को 4 मई को नजीबाबाद से किया था गिरफ्तार - बगैर पास के समर्थकों संग यात्रा कर रहे थे अमनमणि त्रिपाठी - गिरफ्तारी के बाद जमानत मिलने के बाद किए गए थे क्वारंटीन

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बिजनौर. यूपी के बिजनौर में कोरोना लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किए गए विधायक अमनमणि त्रिपाठी की क्वारंटीन अवधि समाप्त हो गई है। अब उनकी घर वापसी संभव है। बता दें कि महाराजगंज जिले की नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोगों को 4 मई को लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में नजीबाबाद थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि 5 मई को ही उनको जमानत मिल गई थी, लेकिन इसके बाद विधायक समेत सभी लोगों को क्वारंटीन कर दिया था।

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दरअसल, नौतनवा विधानसभा से विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोग बिना यात्रा पास के पहले तो उत्तराखंड गए और बगैर पास के बिजनौर से होते हुए गोरखपुर लौट रहे थे। नजीबाबाद थाना क्षेत्र की पुलिस ने लॉकडाउन को लेकर समीपुर पुलिया के पास विधायक के काफिले को रोक लिया था। जहां पुलिस ने लॉकडाउन उलंघन करने पर धारा 268, 269, 188 व 03 महामारी अधिनियम समेेत 51 बी आपदा प्रबंधन 2005 के तहत अभियोग पंजीकृत करते हुए अमनमणि त्रिपाठी, माया शंकर, ओमप्रकाश यादव,रितेश यादव, संजय कुमार, मनीष कुमार और उमेश चौबे को गिरफ्तार किया था।

उस दौरान अमनमणि त्रिपाठी ने कहा था कि वह 1 मई को उत्तराखंड के बद्रीनाथ व केदारनाथ निकले थे। इसकेे साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के तेरहवीं में शामिल होने के लिए भी लिखित में पत्र प्रशासन को दिया था। उसके बावजूद कुछ गलतफहमी के कारण प्रशासन ने उन्हें रोका और गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि वह पब्लिक रिप्रेजेंटेटिव हैं और इसलिए उन्हें समाज से जुड़े लोगों के यहां आना-जाना होता है। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उनके पास लॉकडाउन के दौरान यूपी का कोई यात्रा पास नहीं था।

गिरफ्तारी के बाद निर्दलीय विधायक ने जमानत मांगी थी, जिसे मजिस्ट्रेट ने मंजूर भी कर लिया था। हालांकि उसके बाद सभी को क्वारंटीन में रखा गया। अब इन सभी की क्वारंटीन अवधि पूरी हो चुकी है। अब विधायक अपने साथियों समेत गृह जनपद लौट सकते हैं।

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