
बीकानेर.नृसिंह जयंती महोत्सव को लेकर शहर में तैयारियां परवान पर है। नृसिंह मंदिर रंगीन रोशनियों से रोशन है। लखोटिया चौक स्थित प्राचीन नृसिंह मंदिर में तैयारियां अंतिम चरण में है। महोत्सव को लेकर मंदिर में रंगीन रोशनियों से सजावट की गई है। शनिवार को भव्य मेला भरेगा। भगवान का नृसिंह का विशेष शृंगार होगा। इसके अलावा डागा चौक, लालाणी व्यासों का चौक, ब्रह्मपुरी, नत्थूसर गेट सहित कई स्थानों पर मेले भरेंगे।
नत्थुसर गेट बाहर स्थित नृसिंह भैरव मंदिर में मेले को लेकर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शनिवार को सुबह भगवान सालिगराम का पंचामृत से अभिषेक होगा। मध्याह्न की आरती के बाद शृंगार किया जाएगा। शाम को 5 बजे हरिणकश्यप और 6 बजे नृसिंह भगवान के स्वरूप का अवतरण होगा। मंदिर पुराना है, लेकिन वर्ष 2009 में नृसिंह भगवान की नव प्रतिमा स्थापित की गई थी। इससे पूर्व छोटा मेला भरता था, बीते एक दशक से बड़ा मेला भर रहा है।
परम्परा निभाने आते हैं कोलकता से
मंदिर की स्थापना राम किशन रंगा (रंगा ठाकुर) ने की थी। इनके पुत्र जेठमल ने बताया कि वह अपने पिता की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हर साल नृसिंह मेले के आयोजन में भागीदारी निभाने के लिए कोलकता से बीकानेर आते हैं। एक सप्ताह पहले यहां पहुंचकर तैयारियां में जुट जाते हैं, श्रद्धालुओं के सहयोग से मेले का आयोजन होता है।
कथा की पूर्णाहुति,शोभायात्रा आज
बीकानेर चौधरी कॉलोनी में चल रही भागवत कथा की पूर्णाहुति गुरुवार को हुई। कथा वाचक पंडित सुनील महाराज व्यास ने सुदामा चरित्र की कथा की सप्रसंग व्याख्या की। उन्होंने 24 गुरुओ की कथा की विवेचना की। पूर्णाहुति पर हवन का आयोजन गया।इसमें श्रद्धालुओं ने आहुतिया दी। आयोजन को लेकर बद्री प्रसाद,नरसिंह भक्त भारती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। उधर, नत्थूसर गेट के अंदर चल भागवत कथा में कोलकाता से आए पंडित राजगोपाल व्यास ने ज्ञान-भक्ति की कथा पर प्रकाश डाला।
Published on:
27 Apr 2018 12:23 pm
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