
अतुल आचार्य
Rajasthan News : नई शिक्षा नीति के तहत राजस्थान के विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है। इससे परीक्षा आयोजन और परिणाम घोषित करने के समय में सुधार की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। सेमेस्टर के हिसाब से साल में दो बार जून और दिसंबर में परीक्षा करानी होती है। अभी मार्च आने के बाद भी प्रदेश में किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक-स्नातकोत्तर की परीक्षाएं नहीं हुई है। कोई दो तो कोई तीन महीने देरी से परीक्षाएं आयोजित कर रहा है।
एकेडमिक विश्वविद्यालयों के अधीन करीब 15 लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। परीक्षा लेट होने से परिणाम लेट घोषित होते है। इससे केन्द्रीय विश्वविद्यालयों समेत अन्य राज्यों में आगे की पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों को भी परेशानी होती है। प्रदेश में हालात ऐसे हैं कि फरवरी तक परीक्षा फॉर्म ही जमा होते रहे। नई व्यवस्था से विद्यार्थियों के लिए तो जैसे कुछ भी नहीं बदला। मार्च-अप्रेल में परीक्षाओं की पुरानी परिपाटी कायम है।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर में यूजी और पीजी की परीक्षाएं अप्रेल-मई में सम्पन्न होगी। परीक्षा आवेदन दिसंबर की जगह 20 फरवरी तक लिए गए। अब यूजी प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष और सेमेस्टर परीक्षा अगले महीने करवा पाएंगे। राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में भी वार्षिक परीक्षाएं मार्च के प्रथम सप्ताह में शुरू होगी।
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा में 15 लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। अकेले बीकानेर के एमजीएसयू में इस साल करीब चार लाख विद्यार्थियों परीक्षा देंगे। इसमें 2024-25 में स्नातक प्रथम कला, विज्ञान व वाणिज्य सेमेस्टर 2024-25 में करीब 96 हजार विद्यार्थी भी शामिल हैं। वहीं बीटीयू में प्रदेश के 42 कॉलेजों में प्रथम सेमेस्टर में करीब पांच हजार विद्यार्थी हैं।
महाराजा गंगासिंह विवि (एमजीएसयू) बीकानेर ने सेमेस्टर प्रणाली लागू कर रखी है। शिक्षा सत्र के शुरुआत में ही परीक्षाओं का वार्षिक टाइम टेबल जारी किया लेकिन दिसम्बर की परीक्षाएं अब मार्च तक खिसक गई है। लिहाजा, परीक्षा दिसंबर की जगह 6 मार्च से शुरू होगी। बीकानेर तकनीकी विवि (बीटीयू) के हालात भी ऐसे ही है। अभी तक बीबीए और बीसीए परीक्षा का टाइमटेबल तक जारी नहीं किया गया है।
परीक्षाओं के आयोजन में सुधार हुआ है। इस बार प्रवेश प्रक्रिया की वजह से थोड़ी देरी हुई, लेकिन अगली परीक्षा जून में करवा दी जाएगी।
प्रो. अजय कुमार, कुलपति, बीटीयू
एक साल थोड़ी समस्या आएगी। इस बार सिलेबस तैयार किया गया है। अगले एकेडमिक सेशन में व्यवस्था सही कर लेंगे।
आचार्य मनोज दीक्षित, कुलपति, एमजीएसयू
Updated on:
03 Mar 2025 09:54 am
Published on:
03 Mar 2025 09:53 am
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