
Teachers Wakpit
नोखा. शिक्षक ही व्यक्ति, परिवार, समाज और राष्ट्र का भला कर सकता है। शिक्षक को अपनी अहमियत समझकर कर्तव्य पथ की ओर अग्रसर होना पड़ेगा। ये विचार मंगलवार को बाबा छोटूनाथ स्कूल में डीईओ प्रारंभिक उमाशंकर किराड़ू ने व्यक्त किए। मौका था नोखा व पांचू के राउप्रावि और राप्रावि के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाकपीठ् के समापन कार्यक्रम का।
रमसा के अतिरिक्त परियोजना समन्वयक हेतराम सारण, सर्व शिक्षा अभियान के अतिरिक्त परियोजना समन्वयक भंवरलाल शर्मा, आरपी दिनेश उपाध्याय, शिक्षक नेता ओमप्रकाश बिश्नोई ने विचार व्यक्त किए। दो दिवसीय वाकपीठ के दौरान संस्था प्रधानों ने शिक्षण पद्धति व समस्याओं पर खुलकर चर्चा की। दो दिवसीय वाकपीठ के दौरान खुली चर्चा की गई, जिसमें निशुल्क पाठ्य पुस्तकों की व्यवस्था सत्र शुरू होने के साथ करने, शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने, स्कूलों में पदों का सर्जन वर्तमान नामांकन के अनुसार करने, उप्रावि में कनिष्ठ सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद स्वीकृत करने, कुक कम हेल्पर के मानदेय में वृद्धि करने सहित अन्य प्रस्ताव लिए गए।
मोहनराम बने अध्यक्ष
नोखा परिक्षेत्र के संस्था प्रधानों की वाकपीठ् कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष मोहनराम लीलड़, सचिव कनकलता, कोषाध्यक्ष फूसाराम चौधरी को बनाया गया। सलाहकार सदस्य के रूप में रामलाल नालिया, सुगनाराम, सुमन कांवलिया, श्रवणराम बिश्नोई, धन्नाराम पटीर, ओमप्रकाश बिश्नोई, नारायण जोशी को शामिल किया।
लूणकरनसर. यहां कुम्हारों का मोहल्ला राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित ब्लॉक के मिडिल स्कूलों व उत्कृष्ट विद्यालयों के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय वाक्पीठ संगोष्ठी का मंगलवार को समापन हुआ। दूसरे दिन वार्ता सत्र में अध्यक्ष रेवन्तराम गोदारा, गिरीराज हर्ष व खेमाराम ने विद्यालय रिकार्ड संधारण, विद्यालय प्रबन्धन एवं समुदाय तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चे आदि विषयों पर वार्ताएं दी। इस मौके पर खुमाणाराम सारण, किसनलाल गोदारा, हनुमानमल सेवग, मनीराम जांगू, उदाराम पडि़हार, मनोज कुमार जाखड़ समेत कई लोग मौजूद थे।
शंकाओं का समाधान
श्रीडूंगरगढ़. ब्लॉक के राजकीय एवं निजी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक की वाक्पीठ प्रथम स्थानीय राउप्रा विद्यालय हरिजन मोहल्ला में हुई। इसमें वार्ताकार ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी मातुराम चौहला ने शिक्षण व परिवीक्षण विषय पर चर्चा कर संस्था प्रधानों की शंकाओं समाधान किया। इसके अलावा परीक्षा मूल्यांकन व सीसीई के सम्बन्ध में एबीईईओ इन्द्राजसिंह व आरपी हरिसिंह, आयकर व लेखा के सम्बन्ध में विनोद कुमार एवं प्रधानाध्यापक के दायित्व, पोषाहार कार्यक्रम व विद्यालय की नियमित संचालन व्यवस्था व बालिका शिक्षा व नवाचार पर ओ.पी. गांधी व प्रभुराम बाना व जगदीश व्यास ने विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं वाकपीठ अध्यक्ष सोहन गोदारा ने आभार जताया।
Published on:
01 Aug 2018 11:35 am
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