13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ankita Lokhande GST Raid: एक्ट्रेस के ससुराल समेत 10 ठिकानों पर GST की दबिश, महावीर कोल वाशरी ने 10 करोड़ रुपये किए सरेंडर, जांच जारी

Ankita Lokhande GST Raid: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 3 बड़े कोल कारोबारी के 11 ठिकानों पर स्टेट GST की टीम ने रेड मारी है। छापे की खास बात यह रही कि महावीर कोल वाशरी का नाम अभिनेत्री अंकिता लोखंडे और उनके पति विक्की जैन के पारिवारिक कारोबार से जुड़ा बताया जा रहा है।

2 min read
Google source verification
एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे-विक्की जैन के परिवार में GST रेड (फोटो सोर्स- पत्रिका)

एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे-विक्की जैन के परिवार में GST रेड (फोटो सोर्स- पत्रिका)

Ankita Lokhande GST Raid: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्टेट जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोयला कारोबार से जुड़े तीन प्रमुख व्यावसायिक समूहों के कुल 11 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। यह कार्रवाई महावीर कोल वाशरी, फिल कोल और पारस कोल एंड बेनिफिकेशन के कार्यालयों, आवासों, वाशरी और प्लांट परिसरों में की गई। इस छापेमारी को लेकर प्रशासनिक और कारोबारी हलकों में हड़कंप मच गया है।

इस पूरे अभियान का नेतृत्व स्टेट जीएसटी कमिश्नर मुकेश बंसल के निर्देश पर रायपुर से आई विशेष टीम ने किया। विभागीय सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार देर शाम शुरू हुई यह जांच शनिवार को भी लगातार जारी रही।

अभिनेत्री अंकिता लोखंडे के पारिवारिक कारोबार से जुड़ा नाम

छापेमारी की सबसे चर्चित बात यह रही कि महावीर कोल वाशरी का नाम अभिनेत्री अंकिता लोखंडे और उनके पति विक्की जैन के पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में अभी तक किसी आधिकारिक बयान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस कनेक्शन के सामने आने के बाद मामला और भी सुर्खियों में आ गया है।

करोड़ों की GST चोरी के मिले अहम संकेत

स्टेट जीएसटी विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान टैक्स चोरी से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स और डिजिटल डेटा जब्त किए गए हैं। अधिकारियों को आशंका है कि इन कारोबारी समूहों द्वारा लंबे समय से जीएसटी में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की जा रही थीं। जांच में सामने आया है कि कोयले की मिक्सिंग, प्रोसेसिंग और बिक्री से जुड़े लेनदेन में इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का गलत तरीके से उपयोग किया गया। अफसरों का मानना है कि टैक्स बचाने के लिए फर्जी बिलिंग और लेनदेन को अलग-अलग रूप में दर्शाया गया।

महावीर कोल वाशरी ने 10 करोड़ रुपये किए सरेंडर

कार्रवाई के दौरान सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब महावीर कोल वाशरी की ओर से लगभग 10 करोड़ रुपये की राशि सरेंडर की गई। माना जा रहा है कि यह राशि जीएसटी से संबंधित टैक्स अनियमितताओं और बकाया कर देनदारियों से जुड़ी हुई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह सरेंडर जांच का अंतिम आंकड़ा नहीं हो सकता, क्योंकि अभी जांच जारी है। वहीं फिल कोल और पारस कोल एंड बेनिफिकेशन के परिसरों में भी जांच लगातार जारी है और वहां से भी बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।

दूसरे दिन भी जारी रही सघन जांच

शनिवार को भी रायपुर से आए जीएसटी अधिकारी बिलासपुर में डटे रहे। व्यापार विहार, लिंक रोड सहित अन्य प्रमुख इलाकों में स्थित दफ्तरों, वाशरी और प्लांट्स में देर रात तक दस्तावेजों की जांच की गई। अलग-अलग टीमों को अलग-अलग ठिकानों पर तैनात किया गया है, ताकि किसी भी अहम सबूत को नजरअंदाज न किया जा सके।

पहले भी हो चुकी है इसी तरह की कार्रवाई

गौरतलब है कि इससे पहले भी स्टेट जीएसटी विभाग ने बिलासपुर में मौसा जी से जुड़े विभिन्न व्यावसायिक संस्थानों पर छापेमारी की थी। उस कार्रवाई में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ था, जिसे संबंधित संचालक द्वारा सरेंडर किया गया था।

टैक्स चोरी का आंकड़ा बढ़ने की संभावना

फिलहाल स्टेट जीएसटी विभाग की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में टैक्स चोरी की कुल राशि और भी बढ़ सकती है। विभाग की नजर कोयला कारोबार से जुड़े पूरे नेटवर्क पर है और जांच पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।