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सावधान! बिलासपुर में बढ़ा श्वानों का आतंक… डॉग बाइट के मामले हुए दोगुने, 4 साल में 50000 लोग हुए घायल

Dog Bite in CG: बिलासपुर जिले में शहर में श्वानों के काटने के मामले चिंताजनक रतार से बढ़ रहे हैं। सिस और जिला अस्पताल से मिले आंकड़े बताते हैं कि जुलाई-अगस्त में डॉग बाइट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

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सावधान! बिलासपुर में बढ़ा श्वानों का आतंक(photo-patrika)

सावधान! बिलासपुर में बढ़ा श्वानों का आतंक(photo-patrika)

Dog Bite in CG: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में शहर में श्वानों के काटने के मामले चिंताजनक रतार से बढ़ रहे हैं। सिस और जिला अस्पताल से मिले आंकड़े बताते हैं कि जुलाई-अगस्त में डॉग बाइट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पहले प्रतिदिन 3-4 मामले सिस पहुंचते थे, लेकिन अब प्रतिदिन 8-10 डॉग बाइट की शिकायत लेकर एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए सिस अस्पताल पहुंच रहे हैं।

Dog Bite in CG: रहें सतर्क, बरतें सावधानी...

पिछले चार साल में 50 हजार लोगों को श्वानों ने काटा है जो सिस में पहुंचे हैं। इनमें बच्चे और बुजुर्ग की संया अधिक है। डॉक्टरों का कहना है कि डॉग बाइट के बाद समय पर एंटी-रेबीज टीका लगवाना बेहद जरूरी है, अन्यथा रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

डॉग बाइट के मामले में घाव को तुरंत साबुन और साफ पानी से धोना चाहिए और जल्द से जल्द अस्पताल जाकर टीका लगवाना चाहिए। देरी से इलाज लेने पर संक्रमण फैल सकता है और रेबीज का खतरा बढ़ जाता है, जो लगभग हमेशा घातक साबित होता है।

शिकायत से बच रहे लोग

डॉग बाइट के मामलों में एफआईआर दर्ज न होने का मुय कारण लोगों की जागरुकता की कमी है। अधिकतर पीड़ित यह नहीं जानते कि वे इस घटना के लिए नगर निगम और राज्य सरकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं। कुछ लोग पुलिस थाने जाने से बचते हैं, तो कुछ को डर होता है कि लंबी कानूनी प्रक्रिया में समय और पैसे दोनों खर्च होंगे।

पशु चिकित्सक डॉ. राम ओत्तलवार ने कहा की बारिश के मौसम में श्वानों में हार्मोनल बदलाव होते हैं। यह समय उनके प्रजनन सीजन का होता है, जिसके कारण वे सामान्य से अधिक चिड़चिड़े और आक्रामक हो जाते हैं। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति उन्हें हल्का सा भी उकसाता है या छेड़ता है, तो वे गुस्से में आकर हमला कर सकते हैं। यही कारण है कि इस मौसम में श्वानों के हमले की घटनाएं बढ़ जाती हैं। लोगों को सलाह है कि सड़कों पर घूमते श्वानों से दूरी बनाए रखें और उन्हें परेशान करने से बचें, ताकि अनचाही घटनाओं से बचा जा सके।

सिस में पहुंचे डॉग बाइट के मामले

वर्ष मामले

2022 16452

2023 19295

2024 9739

2025 4320

(2025 वर्तमान स्थिति)

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