भाजपा प्रत्याशी घोषित किए जाने के करीब 25 दिन बाद बिलासपुर लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस ने भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव के नाम पर मुहर लगाई। नाम की घोषणा होने के साथ ही यादव ने बिलासपुर पहुंच कर प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर चर्चा की और कुछ विधानसभा क्षेत्र भी गए। इससे लोगों को पता चला कि अब कांग्रेस ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। उसके बाद एक बार फिर कोई प्रचार- प्रसार न होने से जैसे सन्नाटा छा गया। लिहाजा चर्चा का विषय बना हुआ है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा, कांग्रेस सुस्त पड़ती जा रही है। बहरहाल कांग्रेस ने अब चुनावी बैठक लेनी शुरू कर दी है। इसमें प्रत्याशी देवेंद्र यादव पार्टी के सभी स्थानीय नेताओं से रूबरू होकर रूठों को मनाने में जुटे हुए हैं।
लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर स्थानीय ऐसे वरिष्ठ नेता नाराज हैं, जो स्वयं को टिकट मिलने की आस पाल रखे थे। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि बिलासपुर लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्र यादव स्थानीय नेताओं में कैसे सामंजस्य बिठा पाते हैं। वैसे देखा जाए तो देवेंद्र यादव अकेले प्रत्याशी नहीं हैं जो बाहरी हों। बाहरी प्रत्याशी घोषित करने की शुरुआत भाजपा ने की और भिलाई की ही नेत्री सरोज पांडेय को कोरबा से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया, तो कांग्रेस ने जवाबी तौर पर भिलाई के ही विधायक को बिलासपुर से टिकट दे दिया। बहरहाल देवेंद्र को प्रचार-प्रसार के साथ ही नाराज नेताओं को मनाना पहला लक्ष्य साबित हो रहा है।