
जीजीयू (Photo source- Patrika)
Bilaspur News: गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (जीजीयू) के छात्र अर्सलान अंसारी की रहस्यमय मौत के मामले में अब डायटम टेस्ट से मौत का राज खुलने की उम्मीद है। पुलिस ने छात्र के शव से हड्डियों के नमूने और जिस स्थान पर छात्र का शव मिला था, वहां के पानी के नमूने जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे हैं। वैज्ञानिक परीक्षण के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि मौत पानी में डूबने से हुई या किसी अन्य कारण से।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों के अनुसार, डायटम टेस्ट में यह जांची जाती है कि शरीर में पाए गए सूक्ष्म जीव (डायटम) उस पानी से मेल खाते हैं या नहीं, जिसमें व्यक्ति के डूबने की बात कही जा रही है। यदि हड्डियों में वही डायटम पाए जाते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि मौत डूबने से हुई थी। वहीं यदि मेल नहीं खाते, तो यह संदेह गहराता है कि मौत कहीं और हुई और शव बाद में पानी में फेंका गया।
अर्सलान 21 अक्टूबर को हॉस्टल से गायब हुआ, 23 को उसका शव कैंपस के तालाब में संदिग्ध हालत में मिला। मामले की गंभीरता के बावजूद पुलिस ने अब तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यह मामला संदिग्ध मौत के रूप में दर्ज है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह कहा गया कि मौत से पहले सिर पर गहरी चोट आई थी।
विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों ने इस मामले में पारदर्शी जांच की मांग की है। छात्र संगठन भी लगातार इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और न्याय की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाने की तैयारी में हैं। इधर पुलिस ने अब तक डायटम टेस्ट रिपोर्ट अंतिम निष्कर्ष के लिए सिम्स के डॉक्टरों के पास नहीं भेजी है।
Updated on:
08 Nov 2025 02:53 pm
Published on:
08 Nov 2025 02:52 pm
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