रोकथाम के प्रयास पर्याप्त नहीं : मलेरिया की रोकथाम के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाते। इससे हर बार विकट स्थिति का सामना करना पड़ता है।
जिले में 1408 लोग पीडि़त : मलेरिया विभाग के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जनवरी से अक्टूबर तक 2 लाख 14 हजार बुखार पीडि़तों की जांच के लिए स्लाइड बनाई गई थी। इनमें 1408 लोग मलेरिया से पीडि़त मिले। वर्तमान में गौरेला में 110 लोग मलेरिया से पीडि़त पाए गए हैं।
डेंगू के 11 मरीज मिले : मच्छरों के आतंक से डेंगू का प्रकोप भी बढ़ रहा है। एक जानकारी के मुताबिक 11 लोग इससे पीडि़त बताए जा रहे हैं। इनमें अधिकांश मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है।
दवा छिड़काव का दावा भी : स्वास्थ्य विभाग (मलेरिया) के मुताबिक कोटा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में मलेरियारोधी दवा का छिड़काव दो बार किया जा चुका। अन्य क्षेत्र में भी छिड़काव किया गया है।
जिले में 1408 लोग पीडि़त : मलेरिया विभाग के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जनवरी से अक्टूबर तक 2 लाख 14 हजार बुखार पीडि़तों की जांच के लिए स्लाइड बनाई गई थी। इनमें 1408 लोग मलेरिया से पीडि़त मिले। वर्तमान में गौरेला में 110 लोग मलेरिया से पीडि़त पाए गए हैं।
डेंगू के 11 मरीज मिले : मच्छरों के आतंक से डेंगू का प्रकोप भी बढ़ रहा है। एक जानकारी के मुताबिक 11 लोग इससे पीडि़त बताए जा रहे हैं। इनमें अधिकांश मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है।
दवा छिड़काव का दावा भी : स्वास्थ्य विभाग (मलेरिया) के मुताबिक कोटा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में मलेरियारोधी दवा का छिड़काव दो बार किया जा चुका। अन्य क्षेत्र में भी छिड़काव किया गया है।