कोरोना कॉल में मार्च महीने से शुरू हुए लॉकडाउन के बाद रेलवे ने यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया। सिर्फ माल गाडि़यों को ही आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के मद्देनजर चलाया गया। जून महीने में लॉक डाउन खत्म होने और अनलॉक होने के बाद रेलवे ने एक-एक कर यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू किया था।
जून महीने में ही रेलवे ने आदेश जारी कर रेलवे स्टेशनों के स्टॉलों को चालू करने के आदेश दिए थे, ताकि यात्रियों को भोजन और अन्य खाने पीने की वस्तुओं के लिए भटकना ना पड़े। आदेश के बाद भी मंडल के रेलवे स्टेशनों के स्टॉल को संचालक नहीं खोल रहे हैं।
जनआहार और कमसम भी बंद
बिलासपुर रेलवे स्टेशन में दो बड़े फूड जोन कमसम और जनआहार भी यात्री ट्रेनों के परिचालन बंद होने के बाद से बंद कर दिए गए हैं। इन दोनों फूड जोनों से यात्रियों को भोजन समय पर उपलब्ध हो जाता था। अब ट्रेनों के परिचालन शुरू होने के बाद से यात्रियों को परेशानी होने लगी है।
बिठाकर खाने पर पाबंदी, पार्सल की सुविधा
रेलवे ने स्टॉलों को चालू करने के आदेश के साथ कोरोना काल में लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें स्टॉल और फूड जोनों को यात्रियों को बिठाकर खिलाने पर पाबंदी लगाई गई थी। साथ ही यात्रियों को भोजन सिर्फ पार्सल में देने के निर्देश दिए थे।
मंडल के स्टेशनों में हैं 80 से अधिक स्टॉल
बिलासपुर रेल मंडल के स्टेशनों में करीब 80 से अधिक स्टॉल हैं जिन्हें खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इन स्टॉलों में यात्रियों को पार्सल भोजन और अन्य खाद्य सामग्री ट्रेन से उतरने के बाद प्लेटफार्म पर मिल जाते हैं लेकिन मंडल के अधिकांश स्टॉलों को खोलने में संचालक कतरा रहे हैं।
आदेश के बाद स्टेशनों में स्टॉल संचालकों को दुकानें खोलने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश के बाद स्टॉल खुलने भी लगे हैं, जिन प्लेटाफार्मो से ट्रेनें नहीं गुजर रही हैं वहां के स्टॉल बंद हैं। जनआहार और कमसम आईआरसीटीसी से संचालित होते हैं। आईआरसीटीसी को दोनों फूड जोन को खोलने के लिए दबाव बनाया गया है।
-पुलकित सिंघल, सीनियर डीसीएम
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