18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन 60 रुपयों ने बदल दी भारत भूषण की किस्मत

यह वाकया उन दिनों का है जब भारत भूषण एक्टर बनने मुंबई आए थे और काम की तलाश में थे।

2 min read
Google source verification

image

Pawan Kumar Rana

Jan 27, 2018

Bharat Bhushan

Bharat Bhushan

अपने करियर में कालिदास, तानसेन, कबीर और मिर्जा गालिब जैसे चरित्रों को नया रूप देने वाले एक्टर भारत भूषण को कभी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। चलिए बताते हैं भारत भूषण से जुड़ा एक रोचक वाकया। जब सिफारिश पत्र भी उनके काम नहीं आया था।

यह वाकया उन दिनों का है जब भारत भूषण एक्टर बनने मुंबई आए थे और काम की तलाश में थे। भारत भूषण जब मुंबई आए तो उनके पास हिंदी सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर महबूब खान के लिए एक रिकमेंडेशन लैटर था। उस वक्त महबूब खान मुंबई स्टूडियो में अलीबाबा चालीस चोर की शूटिंग में बिजी थे। भारत भूषण ने उन्हें वह लैटर दिखाया लेकिन तब तक फिल्म में कोई रोल नहीं बचा था। महबूब ने भारत भूषण का लैटर नजरअंदाज कर दिया। वह काफी निराश हो गए और तब उन्हें किसी ने डायरेक्टर रामेश्वर शर्मा के बारे में बताते हुए कहा कि वह भक्त कबीर पर फिल्म बना रहे हैं वहां कुछ हो सकता है।

यह भी पढ़ें : बच्चन फैमिली की इस महिला सदस्य की फोटो सीने से लगाकर घूमते थे बॉबी देओल

इसके बाद भारत रामेश्वर के स्टूडियो पहुंचे लेकिन वे वहां नहीं थे। उन्हें पता चला कि फिल्म की कास्ट पूरी हो चुकी है, सिर्फ काशी नरेश का छोटा सा रोल बचा है। भारत भूषण एक बार फिर निराश हो गए और हताश होकर लौटने लगे। तभी डायरेक्टर रामेश्वर शर्मा वहां पहुंच गए उन्होंने निराश भारत को देखा और कैबिन में बुला लिया। भारत भूषण से बात कर रामेश्वर काफी इम्प्रेस हुए।

यह भी पढ़ें : बॉडी के इस हिस्से पर बने निशान को दिखाने की हिम्मत की सिर्फ इस एक्ट्रेस ने

उन्होंने भारत भूषण को 60 रुपये प्रतिमाह की नौकरी के साथ काशी नरेश का रोल दे दिया। 60 रुपये की नौकरी पाकर मानों भारत भूषण की किस्मत बदल गई थी। यह सैलरी स्ट्रगल के दिनों में राहत की तरह थी। इस तरह भारत भूषण को साल 1942 में रिलीज हुई फिल्म भक्त कबीर में पहला रोल मिला था।

ये भी पढ़ें

image

बड़ी खबरें

View All

बॉलीवुड

मनोरंजन

ट्रेंडिंग