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PADMAVATI: आधिकारिक तौर से बदला पद्मावती का नाम…

फिल्म के निर्माताओं ने फेसबुक पर इसके वेरिफाइड अकाउंट का नाम बदलकर पद्मावत कर दिया है...qm2Z

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Riya Jain

Jan 11, 2018

padmavati

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पद्मावती फिल्म जब से बनी है तभी से विवादों के कटघरे में खड़ी है। फिल्म के बनने से लेकर उसके रिलीज होने के बीच कई लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं। राजपूत करणी सेना लगातार फिल्म को संस्कृति का अपमान बता रही है।

बता दें हाल में फिल्म से जुड़ी एक खास खबर का पता चला है।ये ऐलान हो गया है कि पद्मावती फिल्म अब पद्मावत के नाम से जानी जाएगी। जी हां सीबीएफसी के आदेश के बाद इसका नाम बदला गया है। फिल्म के निर्माताओं ने फेसबुक पर इसके वेरिफाइड अकाउंट का नाम बदलकर पद्मावत कर दिया है।

बता दें कुछ दिन पहले ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म को रिलीज करने से पहले कुछ बदलाव जारी करने का आदेश दिया था। सबसे पहले कहा गया था कि इसका नाम बदलकर पद्मावत होगा। निर्माताओं द्वारा बताया गया था कि ये आंशिक तौर पर मलिक मोहम्मद जायसी की रचना पद्मावत पर आधारित है।

इसके अलावा बता दें अभी तक पद्मावत की रिलीजिंग डेट को लेकर असमंजस चल रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत की डेट 26 तो कुछ में 25 जनवरी बताई जा रही है। बता दें कि एक कल सूत्रओं के हवाले से खबर आ रही थी की फिल्म 26 जनवरी को रिलीज होगी।अब कुछ रिपोर्ट्स में 25 जनवरी की रिलीज डेट बताई जा रही है। हालांकि वायकॉम 18 ने अभी तक इस फिल्म के रिलीज होने की तारीख नहीं बताई है।

साथ ही अगर बात फिल्म को लेकर की जाए तो राजस्थान बीजेपी चीफ अशोक परनामी ने बातचीत में साफ कहा है कि अगर सेंसर बोर्ड ने फिल्म को क्लीयरेंस दे दी है तो फिल्म में सभी आपत्तिजनक बातों को निकालना होगा। अगर फिल्म से आपत्तिजनक चीजों को हटा दिया गया है तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ है तो ये बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


इसके अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने यह ऐलान किया है कि राजस्थान में पद्मावती फिल्म प्रदर्शित नहीं की जाएगी। फिल्म को लेकर राजे ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया गया।

राजे ने कहा कि रानी पद्मिनी का बलिदान प्रदेश के मान-सम्मान और गौरव से जुड़ा हुआ है इसलिए रानी पद्मिनी हमारे लिए सिर्फ इतिहास का एक अध्याय भर नहीं बल्कि हमारा स्वाभिमान हैं। उनकी मर्यादा को हम ठेस नहीं पहुंचने देंगे।