
3BHK का पोस्टर (फोटो सोर्स: X)
Family Drama Film: इस साल की एक बेहतरीन फिल्म, जो सिनेमाघरों में धमाल मचाने के बाद ओटीटी पर छाई हुई है, इसका नाम है '3 बीएचके', जो एक फैमिली ड्रामा है, ये आपको हंसाएगी भी और रुलाएगी भी। 2 घंटे 21 मिनट की ये फिल्म आपको एक परिवार की 21 साल की जर्नी पर ले जाती है, जिसका केवल एक ही सपना है 3 बीएचके घर खरीदना।
'3 बीएचके' फिल्म में शरत कुमार, सिद्धार्थ, देवयानी और मीथा रघुनाथ लीड रोल में हैं। ये कहानी अरविंद सच्चिदानंदम की शॉर्ट स्टोरी '3 बीएचके वीडु' पर आधारित है। फिल्म 2006 से शुरू होती है, जब वासुदेवन, उनकी पत्नी शांति और उनके दो बच्चे प्रभु और आरती किराए के घर में शिफ्ट होते हैं।
दरअसल, ये एक मिडिल क्लास फैमिली है, जो बढ़ते किराए और छोटे घरों की समस्याओं से जूझ रही है। इस परिवार को पानी की किल्लत, बिजली कटौती और सीलन भरी दीवारों जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वासुदेवन का सपना है कि वो अपने बच्चों को बेहतर जिंदगी दे सके, इसलिए वो 3 बीएचके घर खरीदने के लिए दिन-रात मेहनत करता है।
वासुदेवन चाहता है कि उसका बेटा प्रभु मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बजाय आईटी की पढ़ाई करे, क्योंकि वो इसे एक सेफ और आर्थिक रूप से फायदेमंद रास्ता मानता है। प्रभु अपने पिता के सपनों और अपनी इच्छाओं के बीच फंसा हुआ है, जबकि आरती अपने परिवार की आर्थिक परेशानी को समझती है और अपने छोटे-छोटे सपनों को दबाकर परिवार की मदद करती है।
ये फैमिली पहली बार घर खरीदने जाती है, तो उनके पास 7.50 लाख होते हैं। घर के लिए 15 लाख चाहिए होते हैं। जब वासुदेवन और फैमिली 15 लाख जोड़ लेते हैं, तो उस फ्लैट की कीमत 25 लाख हो जाती है। इतने पैसे जोड़ते-जोड़ते आरती शादी के लायक हो जाती है, तो फैमिली उसकी शादी करने में पैसे लगा देती है।
इन सबके बीच वासुदेवन की फैमिली के बीच कई तरह की अड़चनें आती हैं। वासुदेवन को नौकरी से निकाल दिया जाता है, प्रभु घरवालों से छुपकर काम करता है। बता दें कि ये फिल्म आपको एक मिडिल क्लास फैमिली के संघर्षों और सपनों की कहानी दिखाती है। अगर आप एक इमोशनल और प्रेरणादायक फिल्म देखना चाहते हैं, तो '3 बीएचके' आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। आप इसे प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।
Updated on:
11 Sept 2025 01:14 pm
Published on:
11 Sept 2025 01:13 pm
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