
Kangana Ranaut Poem
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव रहती हैं। वह अपनी हर एक्टिविटी को फैंस के साथ शेयर करती हैं। कोई पॉलिटिकल मुद्दा हो या फिर बॉलीवुड पर निशाना साधना हो, कंगना बेबाकी से अपनी हर बात को रखती हैं। इन दिनों वह अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रही हैं। इस बीच उन्होंने कविता लिखने का भी समय निकाला।
परिवार के साथ हाइकिंग
कंगना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए अपनी कविता सुनाई है। इस वीडियो में वह बर्फीली वादियों के बीच परिवार के साथ मस्ती करती हुई नजर आ रही हैं। दरअसल, शुक्रवार को वह बर्फीले पहाड़ों के बीच हाइकिंग के लिए गई थीं। उन्हीं में से कुछ वीडियो क्लिस्प को शेयर करते हुए कंगना ने अपनी कविता कही है। कंगना की कविता कुछ इस प्रकार है-
"मेरी राख को गंगा में मत बहाना
हर नदी सागर में जाकर मिलती है
मुझे सागर की गहराइयों से डर लगता है
मैं आसमान को छूना चाहती हूं
मेरी राख को इन पहाड़ों पे बिखेर देना
जब सूरज उगे तो मैं उसे छू सकूं
जब मैं तनहा हूं तो चांद से बातें करूं
मेरी राख को उस क्षितिज पे छोड़ देना।"
क्रिसमस के मौके पर कसा तंज
इससे पहले कंगना ने सोशल मीडिया पर क्रिसमस सेलिब्रेशन की तस्वीरें शेयर की थीं। साथ ही उन्होंने लोगों को इस मौके पर बधाई दी। हालांकि उन्होंने इस दौरान भारतीय पर्वों का सम्मान न करने वाले लोगों को भी आड़े हाथों लिया। कंगना ने लिखा, 'सिर्फ उन लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं, जो सभी भारतीय पर्वों का सम्मान करते हैं और उन्हें स्वीकार करते हैं। उन लोगों को भी मेरी क्रिसमस जो सिर्फ हिंदुओं के त्याहारों पर ही आलोचना नहीं करते।' इस ट्वीट के जरिए एक्ट्रेस उन लोगों पर निशाना साधा है जो हिंदू त्योहारों पर फिजूल का ज्ञान देते हैं।
Published on:
27 Dec 2020 11:49 am
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