
मुंबई। फिल्म 'मर्डर' में इमरान हाशमी के साथ बोल्ड सीन देकर 2004 में सुर्खियों में रही एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत का कहना है कि जो उन्होंने एक जमाने में किया, वो चीजें अब फिल्मों में कॉमन हो गई हैं। इस फिल्म में अपने सीन्स को लेकर लोगों के रिएक्शन पर एक्ट्रेस ने 17 साल बाद किसी इंटरव्यू में बात की है। मल्लिका ने कहा कि 'मर्डर' के कुछ सीन्स के चलते लोग उन्हें एक गिरी हुई महिला के रूप में देखने लगे थे। पहले दर्शकों के देखने का नजरिया अलग था, अब माइंडसेट बदल गया है।
'लोगों का देखने का नजरिया बदल गया है'
फिल्मों अपना करियर शुरू करने से लेकअर अब तक हुए बदलावों के बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया के सवाल का जवाब देते हुए मल्लिका ने कहा,'जब मैंने 2004 में 'मर्डर' में काम किया था, लोगों ने कुछ सीन्स के लिए करीब-करीब नैतिक रूप से हत्या कर दी थी, मुझे एक गिरी हुई औरत के रूप में देखा जाने लगा था। आज, जो चीजें मैंने उस जमाने में की, अब फिल्मों में कॉमन हो गई हैं। लोगों का देखने का नजरिया बदल गया है। हमारा सिनेमा बदल गया है। हालांकि अब भी मैं जब इस बारे में सोचती हूं, 50 और 60 के दशक के सिनेमा का कोई जवाब नहीं। उस समय महिलाओं के लिए शानदार रोल्स थे, लेकिन अब हमारी फिल्मों में उस सुंदरता की कमी है। मैंने उस तरह के रोल के लिए वर्षों इंतजार किया।'
'लोगों ने मेरी फिल्में एक अलग तरह के माइंडसेट से देखीं'
इंडस्ट्री में 17 साल बिताने के बाद एक्ट्रेस अपने करियर को किस दिशा में देखती हैं? इस सवाल के जवाब में मल्लिका ने कहा,'मैं अर्थपूर्ण रोल करना चाहती हूंं। वो मैं मिस कर रही हूं। लोग मेरे पास खूब पैसे के साथ ग्लैमरस रोल लेकर आ रहे थे, लेकिन उन किरदारों में आत्मा नहीं थी और उनका कोई मतलब नहीं था। एक समय के बाद खुद को फिर से बदलना आवश्यक है। अगर मैं एक जैसी चीजें करती रहूंगी तो आपको केवल विंटेज मल्लिका दिखेगी। भूतकाल में, लोगों ने मेरी फिल्में एक अलग तरह के माइंडसेट से देखीं। 'प्यार के साइड इफैक्ट्स और 'दशावतारम' जैसी फिल्में करने के बाद भी, मैं टाइपकास्ट हो गई। एक एक्टर के रूप में, मैं मेरे पास आई फिल्मों में से बेस्ट चुन सकती हूं।'
Published on:
27 May 2021 07:05 pm
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