गणेश चतुर्थी की पूजा
21 अगस्त यानी कि शुक्रवार को रात 11:02 बजे पर भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से शुरूआत हो रही है। यह शुभ मुहुर्त 22 अगस्त यानी कि शानिवार की शाम 7 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। वहीं गणेश जी का जन्म दोपहर में हुआ था। इसलिए पूजा का समय 2 घंटे 36 मिनट का है।
गणेश चतुर्थी की पूजा करने की विधि
सवेरे उठकर स्नान करें। दोपहर में पूजा करने का समय है। इसलिए सुबह ही साम्रगी की तैयारी कर लें। जिसमें फूल, दीप, कपूर, मौली लाल, चंदन, मोद आदि सामान लें। पूजा के लिए एक साफ आसान लें। पूजा में दुर्वा का उयोग काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इसका उपयोग जरूर करें। भगवान गणेश को मोदक यानी कि लड्डू काफी पसंद है। इसलिए पूजा में इसका ध्यान रखें। पूजा करते हुए शिव जी और उनके परिवार की आराधना जरूर करें। शास्त्रों के अनुसार, श्रीगणेश की प्रतिमा की 1, 2, 3, 5, 7, 10 आदि दिनों तक पूजा करने के बाद उसका विसर्जन करते हैं।