'हम पत्थर नींव में रखेंगे, छत पर नहीं!', जब Paresh Rawal ने ट्विटर पर ऐसा जवाब देकर मचा दिया बवाल
वहीं अब उनके इस ट्वीट पर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा ‘अच्छा ये तो उससे पूछो जिसका घर गिरा है. तब भी इतना साहस है तो एक बार अपना भी गिरवा लो पता लग जाएगा. उत्तर प्रदेश में ये बुलडोजर का ही खौफ है कि कोई पत्थर नहीं फेंक पाया. यहां हौसले पस्त हो गए'.“कहीं पेट्रोल वाला बम, कहीं पत्थर निकलता है..
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) April 21, 2022
कहीं तो आस्तीनों में दबा ख़ंजर निकलता है..
फ़सादी चूहों कोई बिल तलाशो और दुबक जाओ,
कि पट्टी बाँधकर आँखों पे बुलडोज़र निकलता है!” #जहांगीरपुरी #Bulldozer #Jahangirpuri #DelhiRiots2022 pic.twitter.com/oj7D3V4mj9
वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि 'वाह भईया! आज का समय बुलडोजर पर ही कविता मांग रहा था. फिर एक आग लगा देगी आपकी कविता, लगने दीजिए. युगों की परिस्थितियां देखकर ही कविताएं भी लिखी जाती होंगी और ये कविता इस युग की मांग है. धन्यवाद'.शहीद हो गया जवान तिरंगे 🇮🇳की शान बचाने में,
— Pranshu Raj (@pranshu_4) April 21, 2022
शर्म नहीं आई तुम्हें उसपे पत्थर बरसाने में !
वहीं तिसरा यूजर लिखता है 'मनोज भईया कवि बन के रहिये न उसी में आप अच्छे लगते हैं. अपनी धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करिये, लोगों को सही सुगम रास्ते का चयन का सुझाव दीजिए. नफरत मत सिखाइये'. बता दें कि ये अभियान हनुमान जयंती पर निकले जुलूस में हुई हिंसा के बाद शुरू किया गया था.फिर #जिहादियों को बचाने #वकीलों का गिरहो निकलता है ।#DelhiRiots #jihadi
— Dev Kumar Sadabadi (@ShayarDevKumar) April 21, 2022