दरअसल हुआ ये था कि जिस दिन वो इस सीन की शूटिंग कर रहे थे उस दिन उनके पिता का निधन हो गया था। इस बात का खूलासा उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू के दौरान किया था। उन्होंने बताया, “जिस दिन मेरे पिता का निधन हुआ था, मैं हैदराबाद में शूटिंग कर रहा था। मैं बिल्कुल किसी चट्टान की तरह हूं, मगर जब पिताजी का निधन हुआ मैं कांप गया था। पूरे देशभर से रिश्तेदार आने लगे थे, क्योंकि पिताजी घर के सबसे बड़े थे।”
उन्होंने आगे बताया, “मैं फ्लाइट लेकर शूटिंग पर आ गया था, ताकि सेट पर लगा पैसा बर्बाद न हो। कैमरे के सामने मैं विलेन की तरह हंसा और सीन के बाद अपने कमरे में वापस आकर रोने लगा।” वहीं, श्रीदेवी का जिक्र करते हुए रंजीत ने आगे बताया, “शूटिंग के वक्त मैंने श्रीदेवी को हंटर से मारा और सीन शूट होने के बाद अपने कमरे में आकर खूब रोया। शॉट के बीच मैं अपना मुंह लगातार सोडे से धो रहा था, जिससे सेट पर किसी को ये न पता चले कि मैं परेशान हूं।”
आपको बता दें, रंजीत ने विलेन का रोल कर बॉलीवुड इंडस्ट्री और दर्शकों से बहुत ही वाहवाही लूटी थी, मगर उनका परिवार उनके इस रोल से नाखुश थे। उनके करियर की शुरूआत में उनके परिवार वाले इस रोल को करने के लिए मना भी करते थे। मगर फिर बाद में उनको समझ आ गया की ये सिर्फ रंजीत का एक तरह से काम है। आपको जानकर हैरानी होगी की रंजीत ने लगभग 350 से भी अधिक बलात्कार सीन किए हैं जिसके लिए फिल्मजगत में उनके नाम से एक अजीब रिकॉर्ड भी दर्ज है।