अलग होते देखना आसान नहीं था सारा अली खान ने बताया कि पेरेंट्स को अलग होते देखना उनके लिए आसान नहीं था। मेरे अंदर अपनी एज से ज्यादा मैच्योर होने की टेंडेसी है। यहां तक कि 9 साल की उम्र में मैं ये जान गई थी कि घर में रह रहे दो व्यक्ति खुश नहीं हैं और अचानक आप ये देखने लगते हैं कि दोनों अलग-अलग घरों में खुश हैं। अब मेरी मां को ही ले लीजिए जिनको शादी के बाद 10 सालों तक मैंने हंसते हुए नहीं देखा और अचानक वह खुश और उत्साहित नजर आने लगीं, जिसकी वह हक़दार भी थीं।
अब दोनों पॉजिटिव माहौल में रहते हैं सारा ने कहा कि मैं नाखुश क्यों रहना चाहूंगी, अगर दो घरों में मेरे दो पेरेंट्स रहते हैं जो कि खुश हैं? तो मैं बता दूँ कि ये सब इतना मुश्किल नहीं था। अब दोनों (सैफ-अमृता) बेहद खुशनुमा और पॉजिटिव माहौल में रहते हैं। मैं अपनी मां को हंसते और मस्ती मजाक करते और बचकानी बातें करते देखती हूं जो कि मैंने पिछले कई सालों में मिस किया। उन्हें ऐसे देखने में मुझे बेहद सुकून मिलता है।
कुछ साल बाद सैफ-अमृता अलग हो गए आपको बता दें कि साल 1991 में सैफ और अमृता ने शादी की थी। सारा और इब्राहिम अली खान के पैदा होने के कुछ साल बाद सैफ-अमृता की शादी टूट गई और दोनों का 2004 में तलाक हो गया। इसके बाद सैफ अली खान ने करीना कपूर से दूसरी शादी की और तैमूर और जहांगीर अली खान के पिता बने। आज जहां अमृता अपने बच्चों के साथ खुश हैं। वहीं, सैफ करीना और अपने बच्चों के साथ खुश हैं।