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Shakti Kapoor को दर्जी बनाना चाहते थे उनके पिता, बेटे की पहली फिल्म देखकर नाराज हो गई थीं मां

इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर्स में से शक्ति कपूर (Shakti Kapoor) के पिता नहीं चाहते थे कि वो एक एक्टर बने। इतना ही नहीं जब शक्ति कपूर की मां ने उनकी फिल्म देखी थी तो वा उनके काफी नाराज भी हो गई थीं।

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Vandana Saini

Sep 03, 2022

Shakti Kapoor को दर्जी बनाना चाहते थे उनके पिता

Shakti Kapoor को दर्जी बनाना चाहते थे उनके पिता

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं में से एक शक्ति कपूर (Shakti Kapoor) आज किसी भी पहचान के मोहजात नहीं हैं। उन्होंने अपने लंबे करियर में करबीन 700 फिल्मों में काम किया है, जिसमें उन्होंने लोगों को विलन बन डराया भी। कॉमेडी कर हंसाया भी। आज भी वो फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। उनकी बेटी श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) ने भी आज के समय में इंडस्ट्री की मोस्ट टेलेंट एक्ट्रस में से एक हैं, जिन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया है। शाक्ति कपूर आज अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनको उनके फैंस द्वारा और कई सेलेब्स की ओर से बधाई के संदेश भी मिल रहे हैं। शक्ति कपूर का जन्म साल 1952 में दिल्ली में हुआ था।

उन्होंने साल 1977 में रिलीज हुई फिल्म ‘खेल खिलाड़ी’ से अपना पहला बॉलीवुड डेब्यू दिया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके पिता ऐसा बिल्कुल नहीं चाहते थे कि वो एक एक्टर बने। जी हां, उनके पिता उनको एक दर्जी बनाना चाहते थे। शक्ति कपूर का असली नाम सुनील सिकंदरलाल कपूर है। शक्ति कपूर ने एक बार अपने एक इंटरव्यू के दौरान अपने माता-पिता से जुड़ा एक ऐसा किस्सा साझा किया था।

इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि 'एक बार वो अपने माता-पिता को अपनी ही फिल्म ‘इंसानियत के दुश्मन’ दिखाने ले गए। फिल्म में शक्ति का एक बलात्कार का सीन था, जिसे देखने के बाद उनकी मां बेहद नाराज हो गईं थी और थिएटर से चली गई थीं'। इतना ही नहीं उनका फिल्मों में काम करना और ऐसे किरदार निभाना उनके पिता को भी कुछ खास पसंद नहीं आया था।

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शक्ति कपूर ने इंटरव्यू में इस बात का भी खुलासा किया था कि 'उनके पिता उनको एक दर्जी बनाना चाहते थे'। उन्होंने बताया था कि 'उनके पिता की दिल्ली में एक दर्जी की दुकान थी। बचपन में शक्ति को काफी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। मेरी कभी पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं रही। मुझे परीक्षा में बहुत कम नंबर ही मिला करते थे। मुझे तीन स्कूलों होली चाइल्ड, फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल और सलवान पब्लिक स्कूल से निकाल दिया गया'।

एक्टर ने अपने जीवन के बारे में बात करते हुए आगे बताया कि 'उनके पिता पैसे बचाना चाहते थे और चाहते थे कि बेटा अपने फैमिली बिजनेस को ही संभाले'। शक्ति कपूर ने बताया था कि 'मैंने ट्रैवल बिजनेस करना शुरू किया। इतना ही नहीं मैं पिता को बिना बताए उनकी फिएट कार में लॉन्ग ड्राइव पर जाता था। इस वजह से हमारे बीच बहुत झगड़े होते थे'।


बता दें कि फिल्मों में सफलता के बाद शक्ति कपूर की शादी शिवांगी कोल्हापुरे से हुई थी और शिवांगी, एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरे की बहन हैं। शक्ति कपूर ने अपने फिल्मी करियकर में ‘खेल खिलाड़ी’ के बाद ‘कुर्बानी’ और ‘रॉकी’ जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया। साथ ही उन्होंने गोविंदा की कई फिल्मों में 'नंदू' और 'मामा जी', आमिर और सलमान के साथ फिल्म 'अंदाज अपना-अपना' में 'क्राइम मास्ट गोगो' जैसे करिदारों से लोगों का मनोरंजन किया है।

उनके इस किरदारों को आज भी पसंद किया जाता है। आपको जानकर भी हैरानी होगी कि शक्ति कपूर को उनका ये नाम अपने दौरान के दिग्गज कलाकार सुनील दत्त ने दिया था। दरअसल, विलेन के तौर पर शक्ति का ‘सुनील सिकंदरलाल कपूर’ नाम जच नहीं रहा था, जिसके बाद सुनील दत्त ने उन्हें शक्ति कपूर नाम दिया था।

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