स्वरा ने कहा, ‘जब खालिस्तान का मुद्दा चल रहा था तो बहुत सारे ऐसे लोग थे, जो भिंडरावाले को संत बुलाते थे। उन्हें संत जनरैल बोलते थे। साथ ही उन्होंने कहा कि क्या आप उनको भी पकड़कर जेल में डाल देंगे।
अभिनेत्री ने कहा कि जिस समय इस देश में महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्ति की हत्या हुई, उस समय भी बहुत से लोग जश्न मना रहे थे। वे लोग महात्मा गांधी की हत्या को सेलिब्रेट कर रहे थे। आज वो सत्ता में है तो क्या उन सबको भी जेल में डाल देना चाहिए। उन्होंने कहा जाहिर है इसका जवाब है नहीं।
यह अच्छी चीज नहीं है:
स्वरा ने कहा कि हमें इसे लेकर सतर्क रहना चाहिए। यह प्रवृति कि ‘जेल में डालो, ये जुर्म है’, यह अच्छी बात नहीं है जो इस तरह का समाज बन रहा है।
बता दें कि पिछले दिनों भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामलों में देश के कई हिस्सों में छापेमारी के बाद वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी हुई थी। इसमें कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया था। इनकी गिरफ्तारी के बाद हंगामा हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया। गिरफ्तार किए गए पांच कार्यकर्ताओं में से वरवर राव, अरुण फरेरा और वरनोन पहले भी जेल जा चुके हैं। उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा।
गौरतलब है कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में पांच विचारकों की गिरफ्तारी पर 5 सितंबर तक रोक लगा दी है। कोर्ट ने पांचों विचारकों को उनके घर में नजरबंद रखने के आदेश दिए हैं। अब इस मामले में अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी।