scriptकभी कमाई थी खूब दौलत, लेकिन जीवन के अंतिम समय में पूरी तरह से कंगाल होकर दुनिया को अलविदा कह गए थे ये बॉलीवुड सितारे | These bollywood stars become paupers in the last days of life | Patrika News

कभी कमाई थी खूब दौलत, लेकिन जीवन के अंतिम समय में पूरी तरह से कंगाल होकर दुनिया को अलविदा कह गए थे ये बॉलीवुड सितारे

locationनई दिल्लीPublished: Dec 21, 2021 05:28:41 pm

Submitted by:

Sneha Patsariya

बॉलीवुड इंडस्ट्री एक ऐसी जगह है जहां पर हर कोई अपना करियर बनाने का सपना देखता है। रोजाना ही इंडस्ट्री में बहुत से लोग बॉलीवुड में दौलत-शोहरत कमाने वाले इन सितारों नहीं नसीब हुआ चैन की मौत

bollywood_actress.jpg

बॉलीवुड में ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो इंडस्ट्री में कामयाबी हासिल कर पाते हैं। कई बार देखा गया है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में जब किसी अभिनेता या अभिनेत्री को कामयाबी मिलती है तो वह उस चकाचौंध की दुनिया में खुद को बड़ी तेजी से ढाल लेते हैं परंतु ऐसा कहा जाता है कि यह चकाचौंध दुनिया जितनी तेजी से जिंदगी में आती है, उतनी ही जल्दी चली भी जाती है।

मीना कुमारी

ट्रेजडी क्वीन के नाम से मशहूर हुईं मीना कुमार उर्फ महजबीन ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। हालांकि, मीना कुमारी का आखिरी समय काफी मुश्किलों से गुजरा। पाकीजा फिल्म रिलीज होने के तीन हफ्ते बाद वो बीमार पड़ गई थीं। उनका अस्पताल में लंबा इलाज चला, जहां वो कोमा में चली गई थीं। कोमा में जाने के महज दो दिन बाद 31 मार्च 1972 को एक्ट्रेस का निधन हो गया। 38 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चुकीं मीना कुमारी के पास इलाज तक के पैसे नहीं बचे थे।

meena-kumari.jpg

ए . के . हंगल

ए के हंगल को की बॉलीवुड के एक जाने माने कलाकार रह चुके है और फिल्म शोले में इनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया था |वही अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्म देने वाले ए के हंगल को अंतिम समय में इलाज तक के लिए इनके पास पैसे नहीं थे और ऐसे में अमिताभ बच्चन ने इनके इलाज के लिए इनकी 20 लाख रुपये देकर मदद की थी पर इसके बावजूद इनका जीवन न बच सका और ये तंगहाली में ही दुनिया को अलविदा कह गये |

hungle3.jpg

भारत भूषण

एक्टर भारत भूषण ने कालिदास, तानसेन, कबीर, मिर्जा गालिब और बैजू बावरा जैसे ऐतिहासिक किरदार निभाए थे पर एक प्रोड्यूसर बनने के बाद उनके दिन खराब हो गए थे प्रोड्यूसर के तौर पर उनकी शुरूआती दो फिल्मों ‘बरसात की रात’ और ‘बसंत बहार’ फ्लॉप रही ऐसा कहा जाता है की उनके भाई रमेश भूषण ने उन्हें ज्यादा फिल्में बनाने के लिए प्रेरित किया पर किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया था उनकी फिल्में को पहचान और सफलता नहीं मिली फ्लॉप फिल्मो होने की वजह से वे कर्ज में डूब गए। आर्थिक तंगी के चलते भारत भूषण तंगहाली में ही दुनिया छोड़ गए।

bharat-bhusha.jpg

भगवान दादा

भगवान दादा फिल्म ‘अलबेला’ (1951) के गीत ‘शोला जो भड़के’ के लिए काफी मशहूर रहे। भगवान दादा का शुरू से ही एक्टिंग में रुझान था। मूक सिनेमा के दौर में उन्होंने फिल्म ‘क्रिमिनल’ से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि, कभी स्टार्स से अपने इशारों पर काम कराने वाले भगवान दादा का करियर एक बार जो फिसला तो फिर गिरता ही गया। उन्हें रोजीरोटी के लिए चरित्र भूमिकाएं तक करनी पड़ी। एक समय जुहू बीच के ठीक सामने उनका 25 कमरों वाला बंगला था। उनके पास सात गाड़ियां थीं। लेकिन असफलता के बाद वे दादर में दो कमरे वाली चॉल में रहने लगे। तंगहाली में ही उनका निधन हो गया।

abvp.jpg

विम्मी

विम्मी ने जितनी जल्दी कामयाबी का स्वाद चखा, उतनी ही जल्दी उनका करियर खत्म हो गया, उनकी पहली ही फिल्म ‘हमराज’ इतनी पॉपुलर हुई कि कई फिल्मों के प्रस्ताव आए, सुनील दत्त के साथ की गई उनकी इस फिल्म के गाने भी लोगों की जुबान पर चढ़े रहे, लेकिन इसके अलावा उनकी वैवाहिक जिंदगी काफी परेशानी भरी रही जिस नजह से उन्हें नशे की बुरी लत तक गई थी।

दरअसल, विम्मी ने शादी के कुछ साल अपने पति को छोड़ दिया था। जिसके बाद अकेलेपन में विम्मी को नशे की लत पड़ गई और इसी वजह से उनकी लिवर की समस्या के चलते 22 अगस्त, 1977 को हो गई।

vvbv.jpg

गीता कपूर

पाकीजा’ (1972) जैसी सुपरहिट फिल्म की एक्ट्रेस गीता कपूर का निधन 26 मई, 2018 को हुआ था। गीता का अंतिम बेहद मुश्किलों में बीता और उनके अपने बच्चों ने ही उन पर ध्यान नहीं दिया। गीता का कोरियोग्राफर बेटा उन्हें अस्पताल में छोड़कर भाग गया था। अशोक पंडित और दूसरे बॉलीवुड सेलेब्स ने गीता के इलाज का खर्च उठाया था। तंगहाली में ही गीता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।

card-geeta-kapoor_1496382670.jpg

परवीन बाबी

परवीन बॉबी की जिंदगी के आखिरी दिन बेहद कठिन थे। 20 जनवरी, 2005 को 55 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई थी। हालांकि, उनकी डेड बॉडी 22 जनवरी, 2005 को दक्षिण मुंबई के एक फ्लैट में मौत के 2 दिन बाद मिली थी। उनकी डेड बॉडी तीन दिन तक घर में पड़ी सड़ती रही थी। वे सिजोफ्रेनिया नाम की मानसिक बीमारी से पीड़ित थीं। ये अनुवांशिक बीमारी थी, जिसके ठीक होने की संभावना न के बराबर थी। परवीन डायबिटीज और गैंगरीन से भी पीड़ित थीं। इस वजह से उनकी किडनी और शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। हालांकि, उनकी मौत कैसे हुई ये आज भी एक रहस्य है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो