पिता की तरह अमित ने भी संगीत के क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाया
महान गायक किशोर कुमार के बेटे और सिंगर अमित कुमार का जन्म 3 जुलाई 1952 को हुआ था। उनके पिता का नाम ही उनके लिए परेशानी का सबब बन गया। पिता की तरह अमित ने भी संगीत के क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाया। बता दें कि किशोर कुमार की वजह से उनके जीवन में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। गौरतलब है कि जब पिता किसी भी क्षेत्र में महारत और नाम हासिल कर लेता है और अगर बेटा भी उसी क्षेत्र में जाता है तो कदम—कदम पर उसकी तुलना पिता से की जाती है।
16 की उम्र में गाया पहला गाना:
अमित ने 1968 में 16 साल की उम्र में अपने पिता की फिल्म ‘दूर का राही’ के लिए पहला गीत गाया था। इस गीत के बोल थे, ‘मैं एक पंछी मतवाला रे’।
दिए कई हिट सॉन्ग:
अमित को अपने पिता तरह तो प्रसिद्धी नहीं मिल सकी लेकिन उन्होंने बॉलीवुड को कई यादगार और सुपरहिट गाने दिए। उनके गाए गीतों में ‘बड़े अच्छे लगते हैं, ये धरती ये नदिया.., ‘देखो, मैंने देखा है इक सपना..,'याद आ रही है तेरी याद आ रही है’, ‘दिल की बात कहीं लब पर..' जैसे सुपरहिट गाने शामिल हैं।
स्टेज पर गाते थे पिता के गाने:
अमित अपने दोस्तों के साथ स्टेज पर पिता के ही गाने गाया करते थे। दुर्गा पूजा के कार्यक्रमों के दौरान अमित की लोकप्रियता देख उनकी मां को बहुत आश्चर्य भी हुआ। एक दुर्गा पूजा के कार्यक्रम के दौरान खुद किशोर कुमार अपने बेटे अमित को सुनने गए थे।
मां ने कर दी थी शिकायत:
जब अमित की मां रुमा देवी को पता चला कि उनका बेटा सिर्फ अपने पिता के ही गाने गाता है और इसके सिवाय वह दूसरे गाने नहीं गाता तो उन्होंने इस बात की शिकायत किशोर कुमार से कर दी थी।
पिता की लोकप्रियता देख रह गए थे दंग:
किशोर अपने बेटे अमित को अपने साथ मुंबई ले गए। मुंबई में होने वाले स्टेज शो में जब किशोर कुमार गाने के लिए आमंत्रित किया जाता तो वे उन कार्यक्रमों में अपने पिता की लोकप्रियता देख कर दंग हो जाते थे। किशोर कुमार स्टेज शो में अमित कुमार को भी गवाया करते थे। ऐसे ही एक शो में एसडी बर्मन ने अमित कुमार के गायन की उनकी पीठ ठोक कर तारीफ की।