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गंगा एक्सप्रेस-वे के ऑफिस में बंदरों ने मचाया तहलका, कम्प्यूटर किए चकनाचूर, फाइलों को भी फाड़ा

कलक्ट्रेट के कमरा नंबर दो को गंगा एक्सप्रेस.वे ऑफिस के लिए तैयार किया गया था। शनिवार को खिड़कियों का शीशा तोड़कर ऑफिस में घुसे बंदर कुर्सियों से लेकर मेज तक व कंप्यूटर से लेकर खिड़कियों तक उछलकूद करते मिले।

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Monkeys create panic in the office of Ganga Expressway

बदायूं के कलक्ट्रेट स्थित गंगा एक्सप्रेस-वे के ऑफिस में बंदरों ने खूब तहलका मचाया है। वह ऑफिस में खिड़की के कांच तोड़कर अंदर घुस गए और वहां रखी जरूरी फाइलों को फाड़ दिया। इतना ही नहीं बंदरों ने ऑफिस में रखे कम्प्यूटर और प्रिंटर को तोड़ दिया। मामले का पता तब चला जब सोमवार को ऑफिस खोला गया। जैसे ही अधिकारी अंदर आए तो ऑफिस का नजारा देख कर उनके होश उड़ गए। बंदर वहां अधिकारियों व कर्मचारियों की कुर्सी पर मजे से बैठे थे। साथ ही वहां रखी जरूरी फाइलों को फाड़ रहे थे। कई बंदर गिराए हुए कम्प्यूटर पर गुलाटी मारते हुए भी दिखे। उनकी उछल कूद और कलाबाजियों के कारण काफी हद तक नुकसान हो गया।

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बंदरों ने ऑफिस की फाइलें दी फाड़ी

जानकारी के मुताबिक, कलक्ट्रेट के कमरा नंबर दो को गंगा एक्सप्रेस-वे ऑफिस के लिए तैयार किया गया था। इस ऑफिस में न सिर्फ कई पुरानी रिकॉर्ड फाइलें रखीं थी बल्कि पूरा ऑफिस ही यहां लगता था। जिसकी मॉनीटरिंग एडीएम वित्त के जिम्मे है। बताया जाता है कि शनिवार को कर्मचारी ऑफिस में ताला डालकर चले गए। सोमवार को जब सुबह दस बजे वह ऑफिस पहुंचे और कमरा खोला तो अंदर का नजारा देखते ही उनके होश उड़ गए। अंदर बंदरों का झुंड तहलका मचा रहा था। बंदरों ने ऑफिस की फाइलें फाड़ दी थी। कंप्यूटर और प्रिंटर मेज से नीचे गिरे पड़े थे। जबकि बंदर कुर्सियों से लेकर मेज तक व कंप्यूटर से लेकर खिड़कियों तक उछलकूद करते मिले।

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फाड़ा गया रिकॉर्ड दिखवाया जा रहा

कर्मचारियों ने कमरे का नजारा देखा तो सबसे पहले बंदरों को भगाया और फिर एडीएम वित्त को इसकी जानकारी दी। सूचना पर मौके पर पहुंची एडीएम वित्त ने यहां का नजारा देखा तो वे भी दंग रहे गये। उन्होंने कर्मचारियों की लापरवाही पर नाराजगी जतायी और खिड़की में जाली लगवाने व उसे स्थाई रूप से बंद रखने को कहा। फिलहाल फाड़ा गया रिकॉर्ड दिखवाया जा रहा है। एडीएम वित्त संतोष वैश्य ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ा हर कागज कंप्यूटर में सुरक्षित है। खिड़की में जाल लगवा दिया गया है, जिससे दोबारा बंदर न घुस सकें।