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Lockdown के बीच जनाजे में भीड़ जुटाने पर 81 लोगों के खिलाफ दर्ज किय केस, जानिये क्या है नियम

locationबुलंदशहरPublished: Apr 01, 2020 02:18:46 pm

Submitted by:

lokesh verma

Highlights
– मोहल्ला आनंद विहार के मुस्लिमों ने कानून का पालने करते हुए पेश की थी मिसाल
– लॉकडाउन के दौरान दस लोगों की दी गई थी अंतिम यात्रा में शामिल होने की अनुमति
– अभी भी कोरोना वायरस को हल्के में ले रहे लोग

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बुलंदशहर. लॉकडाउन के दौरान कानून का उल्लंघन करते हुए जनाजा निकालने पर बुलंदशहर पुलिस ने 11 नामजद व 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस शव दफनाने या जलाने के लिए केवल दस लोगों को जाने की अनुमति दी थी, लेकिन घर से कब्रिस्तान ले जाए जा रहे एक व्यक्ति के जनाजे में भारी संख्या में लोग पहुंच गए। अब एसएसपी के आदेश पर जनाजे में शामिल मृतक के 11 परिजनों के अलावा 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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उल्लेखनीय है कि कोराेना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन जारी है। लोगों से लॉकडाउन के दौरान घर में रहने कि अपील की जा रही है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग से कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके। इसी वजह से पुलिस लगातार अभियान चलाकर बेवजह घर से बाहर घूमने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन कुछ लोग मानने को तैयार नहीं है। इसका ताजा उदाहरण बुलंदशहर के थाना औरंगाबाद क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां मंगलवार को एक मुस्लिम व्यक्ति की मृत्यु हो गई। जैसे ही मृतक का जनाजा निकला तो सैकड़ों मुस्लिम उसकी अंतिम यात्रा में पहुंच गए। इसी बीच जनाजे में भारी भीड़ के शामिल होने की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स भी आनन फानन में कब्रिस्तान पहुंच गई।
मौके पर पहुंचते ही पुलिस ने लोगों सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ातें हुए तितर-बितर करते हुए घर भेजा। इसकी जानकारी मिलते ही एसएसपी के आदेश पर मृतक के परिवार के 11 लोगों के अलावा 70 अज्ञात के खिलाफ औरंगाबाद थाने में केस दर्ज कराया गया है। एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, जो आगे भी जारी रहेगी।
कानून का पालने करते हुए मुस्लिमों ने पेश की थी मिसाल

बता दें कि बुलंदशहर जिले में लॉकडाउन के दौरान भीड़ के साथ अंतिम यात्रा निकालने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले बुलंदशहर के मोहल्ला आनंद विहार में 28 मार्च को मुस्लिम आबादी के बीच रहने वाले एक हिंदू परिवार में एक व्यक्ति का निधन हो गया था। उस दौरान मोहल्ले के मुस्लिम लोगों ने न सिर्फ आर्थिक रूप से कमजाेर परिवार की मदद की, बल्कि मुस्लिमों ने ही अर्थी को कांधा देते हु हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी कराया। इस दौरान मुस्लिमों ने लॉकडाउन के नियमों का भी पूरी तरह निर्वाह किया।
यह है लॉकडाउन का नियम

काेरोना वायरस के चलते सरकार ने 14 अप्रैल तक देशभर में लॉकडाउन की घोषणा करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की है। इस दौरान लोगों की भीड़ को एक स्थान पर जुटने की पूरी तरह से मनाही है। हालांकि अंतिम संस्कार के दौरान इसमें थोड़ी ढील जरूर दी गई। अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन केवल दस लोगों को ही अर्थी या जनाजे के साथ कब्रिस्तान या श्मशान जाने की अनुमति दे रहा है। इसके साथ इस दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा मास्क पहनने की भी हिदायत दी जा रही है, ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस की चेन को तोड़ा जा सके।

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