मामला बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के कायस्थवाडा का है। कायस्थवाडा के वार्ड 11 से दबंग सपा नेता और प्रत्याशी सुल्तान अंसारी चुनाव लड़ रहे थे। सुल्तान अंसारी के सामने निर्दलीय प्रत्याशी हरीओम भी चुनाव मैदान में थे। बता दे कि निर्दलीय प्रत्याशी हरीओम ने सपा नेता और प्रत्याशी सुल्तान अंसारी को 29 वोटो से हार कर जीत हासिल की थी। हरीओम के जीतने के बाद दबंग सपा नेता सुल्तान अंसारी ने अपनी बिरादरी की पंचायत बुलाई। पंचायत में अपनी हार का जिम्मेदार पूर्व सभासद मुस्ताक को बताते हुए बिरादरी से बेदखल कर दिया। पंचायत ने मुस्ताक का हुक्का-पानी सात साल के लिए बिरादरी से बंद करने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया। ऐलान के बाद अब मुस्ताक उर्फ पप्पु ने यूपी के सीएम योदी आदित्यनाथ से न्याया की गुहार लगाई हैं।
समाज में हुक्का-पानी बंद होने के बाद पूर्व सभासद मुस्ताक अपनी परिवार के साथ घर में बैठा हुआ है। मुस्ताक की माने तो समाज में हुक्का-पानी बंद होने के जहां भी जाते हैं, कोई न तो बात करता हैं और ना ही पास खड] करता है। सभी को डर है कि कहीं मुस्ताक के साथ खडा हुआ देख लिया तो उसका भी हुक्का-पानी बंद न हो जाऐ। बता दे कि चुनाव का रिज्लट घोषित होने के बाद रविवार को एक पंचायत हुई थी।
पंचयात में बिरादरी के लोगों ने मुस्ताक और उसके परिवार का बिरादरी से हुक्का-पानी सात साल के लिए बंद कर दिया। हुक्का-पानी बंद होने के बाद मुस्ताक ने अब तुगलकी फरमान के खिलाफ आवाज उठाई है। मुस्ताक उर्फ पप्पु ने यूपी के सीएम योदी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन से न्याया की गुहार लगाई हैं। वहीं, सपा नेता सुल्तान अंसारी ने मामला मीडिया में आने के बाद आरोप को गलत बताया है। कहा कि चुनावी रंजिश के तहत मुझे फसाने की कोशिश की जा रही है।
एडीएम प्रशासन अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि वोट डालने का सबको अधिकार हैं, किसी के कह देने मात्र से किसी को समाज से बेदखल नहीं किया जा सकता। अगर किसी समाज के खिलाफ टिप्पणी करता हैं या किसी को कोई बिरादरी से बेदखल करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।