बुलंदशहर में बृजघाट से लेकर नरोरा तक गंगा नदी में जल इतना स्वच्छ हो चुका है कि यहां डॉल्फिन को अठखेलियां करते हुए साफ देखा जा सकता है। दरअसल
लॉक डाउन के बाद से लोग अपने घरों में कैद हैं और वायरस के डर की वजह से सड़कें भी सुनसान पड़ी हैं। औद्योगिक इकाइयां भी कम चल रही हैं। इससे पर्यावरण शुद्ध हो रहा है और यही कारण है कि गंगा का जल भी साफ हो गया है। ऐसे में
बुलंदशहर में अब डॉल्फिन के बच्चों को अठखेलियां करते हुए देखा गया है। इसे प्रकृति का सुंदर नजारा तो माना ही जा रहा है साथ में यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि अब गंगा नदी में डॉल्फिन की संख्या में इजाफा होगा।
क्षेत्रीय लोगों के अनुसार गंगा का पानी इतना स्वच्छ हो चुका है कि गंगा के जल में कछुए और और अन्य जलीय जीव भी साफ दिखाई दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण के इस समय प्रकृति के इन नजारों को देखने के लिए लोग पहुंच रहे हैं।
बुलंदशहर डीएफओ
गौतम सिंह ने बताया कि गंगा का जल स्वच्छ हो रहा है और ऐसे में जलीय जीव गंगा की गोद में अठखेलियां करते हुए उछल कूद करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि
डॉल्फिन स्वच्छ पानी में रहती है। गंगा में डॉल्फिन और उनके बच्चों की अठखेलियां अच्छे संकेत हैं। इनकी सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ा दिया गया है। इसके लिए गंगा किनारे गश्त की जा रही है और स्थानीय संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है