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एक पत्थर ने लगा दिया सोशल मीडिया पर बेन… साम्प्रदायिक सौहार्द के नाम पर जिले में इंटरनेट सेवाए बंद…

बूंदी जिले में इंटरनेट पर आगामी आदेश तक अस्थाई निषेधाज्ञा लागू

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Temporary applicable toupcoming order on the InternetBundi district

बूंदी. नये साल से ही निषेधाज्ञा की पग बाधा में बंधी छोटी काशी में दो महिने बाद फिर से वही हालात बनने वाले है। मानधाता छतरी के विवाद थमने के बाद अब रामनवमी की शोभायात्रा पर पत्थर फैकने के मामले में आए उबाल के बाद प्रशासन के लिए हालात काबू पाना चुनौती से कम नही। ऐसे में जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकार ने जिले में इंटरनेट पर आगामी आदेश तक अस्थाई निषेधाज्ञा लागू कर दी है

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उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द बिगडऩे एवं परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए संभागीय आयुक्त कोटा रोहित गुप्ता ने गृह विभाग (गु्रप -9) के आदेश के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए बूंदी जिले की संपूर्ण सीमा क्षेत्र में लीज लाईन व ब्रॉड बैण्ड को छोडक़र 2जी, 3जी, 4जी डाटा, इंटरनेट सेवा, बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर एवं अन्य सामाजिक मीडिया पर 29 मार्च को रात 8 बजे से आगामी आदेश तक अस्थाई निषेधाज्ञा लागू की है।

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उन्होंने बताया कि प्रतिबंधात्मक आदेश की अवहेलना करने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश 29 मार्च को रात 8 बजे से आगामी आदेश तक बूंदी जिले की संपूर्ण सीमा क्षेत्र में प्रभावी रहेगा।

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आप को बता दे कि इसी विवाद के बाद हिन्दू संगठनों के आव्हान पर बूंदी में तीन से बाजार बंद थे। गुरुवार को खुले बाजार के बाद लोगो ने राहत की सांस ली ही थी कि देर शाम बाद इंटरनेट बंद होने की सुचना आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। इंटरनेट बंद होने के मामले में पत्रिका ऑफिस मेें फोन घनघनाते रहें और लोग जानकारी लेने के लिए एक दूसरे से सम्पर्क करते रहें।