ये हैं 5 लाख से अधिक के बकायादार
बैंक की ओर से जारी सूची में संगीता लक्ष्मण महाजन शाहपुर के पर 6 लाख 84 हजार बाकी है। कन्हैया श्रीराम शाहपुर पर 5 लाख, रमेश भीमराव खकनार से 5.79 लाख, इंदिराबाई कन्हैयालाल चौकसे खकनार पर 6 लाख 5 हजार, प्रो. ओमप्रकाश कन्हैयालाल चौकसे खकनार 10.80 लाख, प्रो. रविंद्र रामचंद्र नाइक बुरहानपुर पर 8 लाख 56 हजार, हर्षकुमार पूनमचंद टांक 25.41 लाख, युवराज पाटिल बुरहानपुर 56.47 लाख, ध्रुव पाटीदार बुरहानपुर 8.41 लाख, सैयद माजीदउद्दीन सै. परवेज उद्दीन बुरहानपुर 9.81 लाख, अशफाक अहमद खान बुरहानपुर 5.58 लाख, प्रो. सरलादेवी गुप्ता मे. जय अंबे किराना भंडार बुरहानपुर पर 5 लाख 97 हजार, प्रो. लक्षमण श्रीपत मे. निमाड़ क्लॉथ हाउस बुरहानपुर 6.55, प्रो. मनीष रजनीकांत मे. दूध एंड घी व्यापारी 11.93 लाख, मो. अकरम मो. अय्युब 8.77 लाख, प्रो. मो. हारुन ख्वाजा बक्श, मे. मो. हारुन ख्वाजा बक्श बुरहानपुर पर 13.97 लाख, प्रो. अमीरुद्दीन काजी, मे. रोशन रोड लाइन 14.45 लाख, इनामूल्ला मो. उमर, मे. इनामूल्ला मो. उमर बुरहानपुर 14.57, कैलाश नेरकर बुरहानपुर 15.56, प्रो. मो. इकबाल अ. खालीक 15.83, प्रो. संतोष दुबे 19.39, मो. सुहैल हुसैन इस्माइल 19.80, मो. रफीक शेख हफीज 21.01 लाख, संजय पुनीवाला मे. गणेश पेपर मार्ट 21.94 लाख, प्रो. मो. रइस हाजी मे. नीलम कटपीस सेंटर पर 23.52 लाख, सुरेंद्र अमरसी मे. चीकूमिल्क कार्नर 25.16, जसवंत सोलंकी द्वारकाधीश प्रोसेस 25.72 लाख, हर्ष देवड़ा सर्वोदय महिला कार्पो बैंक 83.02 लाख रुपए ऐसे आदि के नम बकाया में बताया गया है।
फेडरेशन पर 55 करोड़ बकाया
सहकारी बैंक ने पावरलूम फेडरेशन पर 55 करोड़ रुपए बकाया बताया है। फेडरेशन ने 2009-10 में साख सीमा से लोन लिया था, जिसका ब्याज मिलाकर यहां तक राशि पहुंच गई। हालांकि फेडरेशन के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पाटिल का कहना है कि 2015 में हमने एक मुश्त योजना में 8 करोड़ 44 लाख रुपए भरने का प्रपोजल बनाकर दिया था। इसके बाद हम हाईकोर्ट तक भी गए, जहां वसूली पर स्टे लग गया। बैंक वाले जब तक सही हिसाब बताकर संतुष्ट नहीं करते जब तक स्टे लगा है। 9 करोड़ रुपए का लोन था, 9 साल में यह ब्याज मिलकर 55 करोड़ तक पहुंच गया। बैंक वाले स्टेटमेंट की कॉपी नहीं दे रहे हैं, हाथ से लिखकर दे रहे हैं हस्तलिखित कापाी से कैसे मान लें।
जिला सहकारी बैंक से 15 शाखा से लोन दिया है। उपभोक्ता बैंक लोन जमा नहीं कर रहे हैं। ब्याज भी बढ़ता जा रहा है। बैंक को काम करने में तकलीफ हो रही है। एमडी ने कलेक्टर से वसूली में सहायता के लिए आवेदन दिया है। कलेक्टर ने तहसीलदार को निर्देश दिए कि इनकी आरआरसी जारी करें। 100 से अधिक ऐसे लोग है, जिनसे लगभग 75 करोड़ से अधिक की वसूली करनी है।
– यशवंत जोशी, शाखा प्रबंधक कृषि ब्रांच बुरहानपुर