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शहर में शनिवार को पॉवर पेट्रोल 114.54 रुपए, साधारण पेट्रोल 110.77 रुपए, साधारण डीजल 100.10 रुपए और टरबोजेट डीजल 103.47 रुपए प्रति लीटर बिका। पेट्रोल मूल्य वृद्धि से लोगों ने बाइक-स्कूटर का उपयोग कम कर दिया है। वहीं किराए पर चलने वाले छोटे-बड़े वाहनों के भाड़े में खासा उछाल आया है। वहीं ट्रांसपोर्ट महंगा होने से दाल-तेल, किराना सहित सीमेंट-सरिया और सभी प्रकार की सामग्रियों के दामों में बढ़ोतरी होने लगी है।
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दरअसल कोरोना महामारी ने दो वर्ष से जहां बाजार की अर्थ व्यवस्था को प्रभावित किया है, वहीं इस अवधि में पेट्रोलियम पदार्थांे के दामों में सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष लगे पहले लॉक डाउन के समय डीजल का मूल्य 69.46 रुपए और साधारण पेट्रोल 79.83 रुपए प्रति लीटर था। इस बार दूसरे लॉक डाउन के बाद इन पेट्रोलियम पदार्थांे के भावों में 30 रुपए और पेट्रोल 40 रुपए तक मूल्यवृद्धि हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2001 में पेट्रोल 30.72 और डीजल 19.62 रुपए प्रति लीटर था, जो 2011 में पेट्रोल 63.81 और डीजल 41.16 रुपए प्रति लीटर पहुंचा। वहीं 2013 में डीजल 50 रुपए पार हुआ। इसके बाद बीते आठ वर्षांे में इसके भावों में दुगुनी वृद्धि हुई है।
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1962 में शुरू हुआ था पहला पंप
निमाड़ अंचल के प्रमुख बड़वानी शहर में 1962 में राजघाट रोड पर पहले पेट्रोल पंप की शुरुआत हुई था। जानकारी के अनुसार 1976 में पेट्रोल 3.45 रुपए और डीजल 1.34 रुपए भाव था। वहीं 1990 के बाद पेट्रोल 10 रुपए पार पहुंचा। वहीं 2009 में 51 रुपए प्रति लीटर हुआ। इसके बाद इस वर्ष मार्च माह में पेट्रोल ने 100 रुपए का आंकड़ा पार किया। इसी तरह 1998 में डीजल का दाम 10 रुपए पार हुआ और इसके करीब 15 वर्ष बाद 2013 में डीजल 52 रुपए प्रति लीटर हुआ। वहीं अब आठ वर्ष बाद डीजल 100.10 रुपए प्रति लीटर तक भाव पहुंच गया है।