- स्वास्थ्य विभाग के प्रतिवेदन पर कार्रवाई
बुरहानपुर. खकनार पुलिस ने देड़तलाई में ऐलोपैथिक दवाइयां देकर मरीजों का इलाज करने वाले दो बीईएमएस डॉक्टरों पर एफआईआर प्रकरण दर्ज की है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद दिए गए प्रतिवेदन के आधार पर की गई। दो डॉक्टरों पर केस दर्ज होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के डॉक्टरों में हडक़ंप मच गया।
टीआइ अभिषेक जाधव ने बताया कि खकनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सीबीएमओ अनुराग सोनी की शिकायत पर आरोपी डॉक्टर इमरान कुरैशी और डॉक्टर विभूति गोलदार के खिलाफ मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम 1987 की धारा 24 के तहत अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। ग्राम देड़तलाई में दोनों ही डॉक्टर ऐलोपैथिक पद्धति से मरीजों का इलाज कर रहे थे, जबकि उनके पास जांच करने पर बीईएमएस की डिग्री मिली। यह डॉक्टर ऐलोपैथिक पद्धति से इलाज करने की पात्रता नहीं रखते है।
टीम ने किया था निरीक्षण
जिलास्तरीय गठित टीम ने 8 अगस्त को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया था। देड़तलाई में डॉक्टर इमरान और विभूति के क्लीनिकों पर पहुंचकर कार्रवाई की थी। ऐलोपैथिक दवाइयां मिलने के साथ सर्जिकल स्टूमेंट मिले। नियमानुसार मौका स्थल पर पंचनामा बनाकर ऐलोपैथिक दवाइयां और स्ट्रूमेंट जब्त किए। आगे की कार्रवाई के लिए सीएमएचओ और वरिष्ठ अफसरों को पंचनामा दिया गया। दोनों डॉक्टर्स को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था।
इंजेक्शन, स्लाइन, आईवी सेट मिले
बीयूएमएस और बीईएमएस डॉक्टरों को ऐलोपैथिक दवाइयां नहीं लिखना है, लेकिन फिर भी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर डॉक्टर मरीजों का इलाज ऐलोपैथिक से करते हैं, इंजेक्शन और स्लाइन तक लगाई जाती है। टीम को भी निरीक्षण के दौरान क्लीनिक में दवाइयां, इंजेक्शन और आईवी सेट पाए गए। बायोमेडिकल वेस्ट के विस्थापन की कोई व्यवस्था नहीं मिली। यहां पर बीएमडब्ल्यू खुले में जला हुआ पाया गया।