5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

FD Rates: रिकॉर्ड निचले स्तर पर जा सकती हैं एफडी की ब्याज दरें, अच्छा रिटर्न चाहिए तो यह है आखिरी मौका!

FD Interest Rate: रेपो रेट में इस साल अब तक 1.25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हाल की गिरावट के बाद बैंक एफडी की ब्याज दरों में और गिरावट कर सकते हैं।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Pawan Jayaswal

Dec 05, 2025

fd interest rate

एफडी की ब्याज दरों में गिरावट आ सकती है। (PC: Pixabay)

FD Rates: भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने इस साल की शुरुआत में तीन बार रेपो रेट में कटौती की थी। इसके बाद बैंकों और स्मॉल फाइनेंस बैंकों (SFBs) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों को घटा दिया था। अब आरबीआई ने आज एक बार फिर रेपो रेट को घटा दिया है। प्रमुख ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कमी की गई है। इससे एफडी निवेशकों को निराशा हाथ लगी है। हाई एफडी रेट्स की उम्मीद खत्म सी हो गई है। वहीं, संभावना है कि बैंक और SFBs एफडी पर ब्याज दरों को और कम कर सकते हैं।

इस साल 1.25% घटी है रेपो रेट

आज हुई कटौती के बाद इस वर्ष रेपो रेट में कुल मिलाकर 125 बेसिस पॉइंट यानी 1.25 फीसदी की कटौती हो चुकी है। आरबीआई ने इससे पहले फरवरी और अप्रैल की MPC बैठकों में 25-25 bps तथा जून में 50 bps की कटौती की थी। अगस्त और अक्टूबर की MPC बैठकों में कोई कटौती नहीं की गई। हालांकि, आज हुई कटौती के साथ, रेपो रेट वर्ष की शुरुआत के 6.5% से घटकर 5.25% रह गई है। इस साल की पहली तीन रेट कट का प्रभाव अभी तक FD की दरों में पूरी तरह से नहीं दिखा है, भले ही अधिकतर बैंकों ने अक्टूबर तक FD दरें कम कर दी थीं। अब, चौथी कटौती के बाद, बैंक FD पर ब्याज दरों को और कम कर सकते हैं।

क्या करें निवेशक?

निवेश सलाहकार बलवंत जैन ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि निवेशकों को मौजूदा उच्च ब्याज दरों का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'निवेशकों को, विशेष रूप से रिटायर्ड लोगों को मौजूदा उच्च ब्याज दरों पर लंबी अवधि के लिए एफडी करा लेनी चाहिए, क्योंकि डिपॉजिट रेट्स के और गिरने की संभावना है।' बता दें कि एफडी की ब्याज दर में कटौती का असर पहले से चल रही FDs पर नहीं पड़ता है। लेकिन नए एफडी निवेशकों को कम ब्याज दर मिलेगी।

कितना घट जाएगा आपका रिटर्न

अगर बैंक रेपो रेट में कटौती के बराबर एफडी रेट घटाता है, तो रिटर्न पर क्या असर पड़ेगा? आइए उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए किसी बैंक की 5 साल की एफडी पर पहले 6 फीसदी ब्याज दर मिल रही थी, जो अब घटकर 5.75 फीसदी रह गई है। आइए जानते हैं कि इसका 5 और 20 लाख के निवेश पर क्या असर पड़ेगा। 5 साल के लिए 5 लाख रुपये की एफडी 6 फीसदी ब्याज दर से मैच्योरिटी पर 6,73,427 रुपये हो जाएगी। वहीं, 5.75 फीसदी ब्याज दर पर 6,65,182 रुपये हो जाएगी। इस तरह आपको 5 साल में 8,245 रुपये का नुकसान होगा।

निवेश राशि (₹)अवधिब्याज दरमैच्योरिटी राशि (₹)नुकसान (₹)
5,00,0005 साल6%6,73,427
5,00,0005 साल5.75%6,65,1828,245
20,00,0005 साल6%26,93,710
20,00,0005 साल5.75%26,60,72932,980

5 साल के लिए 20 लाख रुपये की एफडी 6% ब्याज दर से 26,93,710 रुपये हो जाएगी। यह 5.75 फीसदी ब्याज दर से 26,60,729 रुपये हो जाएगी। इस तरह आपको 5 साल में 32,980 रुपये का नुकसान हो जाएगा।