
हार्वर्ड से पढ़ने के बाद भी जॉब के लिए करना पड़ा संघर्ष (PC:Harvard University)
किसी ऊंचे संस्थान से डिग्री हासिल करना नौकरी की गारंटी नहीं होता। भारतीय मूल के कंटेंट क्रिएटर अभिजय अरोरा (Abhijay Arora) की कहानी यही दर्शाती है। अरोरा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया है कि किस तरह उन्हें हार्वर्ड (Harvard University) से डिग्री हासिल करने के बाद भी नौकरी नहीं मिली। 400 से ज्यादा रिजेक्शन झेलने पड़े।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से MBA करना अभिजय अरोरा का सपना था। उन्हें यह उम्मीद थी कि अमेरिका की इस विश्व प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के बाद उनका करियर एकदम से उड़ान भरने लगेगा। इसी उम्मीद में उन्होंने 2022 में स्विट्जरलैंड में लगी-लगाई नौकरी छोड़ दी। इस नौकरी से वह प्रतिवर्ष 90 लाख रुपए कमा रहे थे। अभिजय ने कहा, 'यूएस में पढ़ाई करना मेरा सपना था। इसके अलावा, नौकरी छोड़ने की एक वजह यह भी थी कि मेरे मैनेजर ने साफ कर दिया था कि मुझे प्रमोट नहीं किया जाएगा।
अपने पोस्ट में अभिजय अरोरा ने लिखा है कि विदेश में पढ़ाई का अनुभव जरूर शानदार रखा, लेकिन एमबीए करने के बाद उन्हें यह अहसास हो गया कि केवल अच्छी डिग्री ही सब कुछ नहीं होती। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी जैसे नाम के बावजूद उनके पास नौकरी का कोई ऑफर नहीं था। अरोरा ने नौकरी के कम से कम 400 आवेदन किए, मगर हर जगह से मायूसी ही हाथ लगी। अभिजय अरोरा ने कहा - मैं हर रोज अप्लाई करता, लेकिन कहीं से कोई अच्छी खबर नहीं मिलती। लिंक्डइन से लेकर नौकरी तलाशने का हर तरीका नाकाम रहा।
बार-बार रिजेक्शन के बाद अरोरा ने अपनी रणनीति बदली। करीब छह महीने की कोशिश के बाद आखिरकार उन्हें गूगल (YouTube) में प्रोडक्ट मैनेजर की नौकरी मिल गई। अरोरा का कहना है कि वह किसी को हायर एजुकेशन के बारे में हतोत्साहित नहीं करना चाहते। बल्कि वह चाहते हैं कि लोग इस सच्चाई को समझें कि किसी बड़े संस्थान से पढ़ाई करना नौकरी की गारंटी नहीं होता। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि अगर आप अपनी आरामदायक नौकरी छोड़ रहे हैं, तो भविष्य में आने वाली अनिश्चितता के लिए भी तैयार रहें। अभिजय ने यह भी कहा कि वह गूगल में नौकरी पाने के टिप्स शेयर करने को तैयार हैं।
वहीं, अरोरा के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। एक यूजर ने लिखा है कि अगर अरोरा नौकरी छोड़ने और एमबीए पर 200k खर्च करने के बजाए केवल रोल स्विच कर लेते, तो आज 300–400k कमा रहे होते। एक अन्य यूजर ने ताज्जुब जताया कि कैसे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद कोई नौकरी के लिए संघर्ष कर सकता है। जबकि कुछ अन्य यूजर ने अरोरा से जानना चाहा कि तमाम परेशानियों के बावजूद उन्होंने गूगल में नौकरी कैसे हासिल की।
Published on:
27 Nov 2025 11:17 am
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