29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

India GDP Growth Rate: टैरिफ की धमकी के बावजूद भारत ने की शानदार ग्रोथ, पहली तिमाही में 7.8% बढ़ी जीडीपी

India GDP Growth Rate: पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी रही है। पहली तिमाही में कॉन्सटेंट प्राइसेस पर रियल जीडीपी 47.89 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।

2 min read
Google source verification
India GDP Growth Rate

पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी रही है। (PC: Gemini)

अमेरिकी टैरिफ और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद भारत जबरदस्त ग्रोथ रेट के साथ आगे बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी है। सरकार ने शुक्रवार शाम जीडीपी के ये आंकड़े जारी किये हैं। एक साल पहले की समान तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रही थी। पहली तिमाही में सर्विस सेक्टर की शानदार परफॉर्मेंस रही है। अप्रैल से जून तिमाही में ओवरऑल ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) ग्रोथ 7.6 फीसदी रही है।

47.89 लाख करोड़ रुपये रही रियल जीडीपी

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पहली तिमाही में कॉन्सटेंट प्राइसेस पर रियल जीडीपी 47.89 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 44.42 लाख करोड़ रुपये थी। इस तरह इसमें 7.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई है।

86.05 लाख करोड़ रुपये रही नॉमिनल जीडीपी

मौजूदा कीमतों पर नॉमिनल जीडीपी 86.05 लाख करोड़ रुपये पर रही है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 79.08 लाख करोड़ रुपये थी। इस तरह इसमें 8.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। प्रोडक्ट टैक्स और सब्सिडी के अलावा रियल जीवीए के 44.64 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। एक साल पहले की समान तिमाही में यह आंकड़ा 41.47 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह इसमें 7.6 फीसदी की ग्रोथ हुई है।

एग्रीकल्चर में अच्छी ग्रोथ

पहली तिमाही में एग्रीकल्चर और संबंधित गतिविधियों में रियल टर्म्स में 3.7 फीसदी का इजाफा हुआ है। एक साल पहले की समान अवधि में इसमें 1.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई थी। सैकेंडरी सेक्टर में भी मजबूत ग्रोथ हुई है। मैन्यूफैक्चरिंग में 7.7 फीसदी और कंस्ट्रक्शन में 7.6 फीसदी का विस्तार हुआ है। हालांकि, खनन और उत्खनन में 3.1 फीसदी का संकुचन हुआ है। जबकि इलेक्ट्रिसिटी, गैस, वाटर सप्लाई और दूसरी यूटिलिटी सर्विसेज में 0.5 फीसदी का विस्तार हुआ है।