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डिमांड पूरी करने के लिए हायरिंगइंफोएज के सीइओ हितेश ओबेरॉय ने कहा कि लगभग हर इंजीनियर के पास अभी नौकरियों के तीन से चार ऑफर हैं। टेक जॉब्स में ड्रॉपआउट रेट 50 से 60 फीसदी तक पहुंच गया है, जो एक वर्ष पहले 7 से 15 फीसदी था यानि कैंडिडेट 60 प्रतिशत ऑफर्स को ठुकरा रहे हैं।
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इस वजह से बढ़ रही हैं टेक हायरिंगकंपनियां डिजिटल व सॉफ्टवेयर की डिमांड को पूरा करने के लिए इंजीनियर्स को हायर कर रही हैं। वहीं स्टार्टअप्स तगड़ी फंडिंग के कारण आइटी प्रोफेशनल्स को हायर कर रहे हैं। देश की बड़ी आइटी कंपनियां इस साल एक लाख से अधिक फ्रेशर्स हायर करेंगी।
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