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16 महीने में खुले 150 टोल प्लाजा, नए सिस्टम से नितिन गडकरी ने बताया 6000 करोड़ तक बचाने का प्लान

Nitin Gadkari Toll Plaza News: राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई बढ़ने के साथ ही देश में टोल प्लाजा की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। 16 महीने में 150 टोल प्लाजा खुले हैं। इससे टोल राजस्व में इजाफा होगा।

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भारत

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Vijay Kumar Jha

Dec 18, 2025

Nitin Gadkari Toll Plaza News

16 महीने में 150 टोल प्लाजा खुले हैं। (PC: ANI)

अगले साल तक देश के राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways – NH) पर टोल वसूली का नया सिस्टम आम हो जाएगा। इसमें टोल नाकों पर गाड़ी रोकने की जरूरत नहीं रह जाएगी। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि इससे 15000 करोड़ रुपये का ईंधन बचाया जा सकेगा और टोल से राजस्व भी 6000 करोड़ रुपये तक बढ़ाया जा सकेगा।

टोल वसूली में यूपी आगे

देश में अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 के बीच सरकार ने 54,820 करोड़ रुपये की टोल वसूली की। सबसे ज्यादा 7060 करोड़ उत्तर प्रदेश से आए। इसके बाद राजस्थान का नंबर रहा, जहां से 5967 करोड़ रुपये जमा हुए। महाराष्ट्र से 5115, गुजरात से 4874 और तमिलनाडु से 4015 करोड़ रुपये की वसूली हुई।

टोल प्लाजा बढ़ने की तेज रफ्तार

देश में राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways – NH) की संख्या जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उससे कहीं तेज रफ्तार से टोल प्लाजा बढ़ रहे हैं। एनएच की लंबाई दस साल में 60 फीसदी बढ़ी, जबकि टोल नाके डेढ़ साल से भी कम समय में करीब 15 फीसदी बढ़ गए। टोल नाकों पर वसूली जाने वाली रकम में भी कुछ सालों में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं, दो टोल प्लाजा के बीच की दूरी के लिहाज से भी राज्यों में बड़ी असमानता है।

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सदन में बताया कि उनके राज्य हरियाणा में 45 किलोमीटर पर एक टोल पड़ता है, जबकि राजस्थान में 62 किलोमीटर, महाराष्ट्र में 188 किलो मीटर, गुजरात में 142 किलो मीटर और उत्तराखंड में 500 किलो मीटर पर एक टोल प्लाजा है।

टोल प्लाजा की संख्या के लिहाज से राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और हरियाणा टॉप 5 राज्य हैं। जबकि हाईवे की लंबाई के लिहाज से हरियाणा टॉप 5 राज्यों में नहीं है। इस लिहाज से टॉप 5 राज्य हैं- महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश।

इस समय देश में हाईवेज पर 1135 से ज्यादा टोल प्लाजा हैं। इनमें से 457 वित्त वर्ष 2020 से 2024 के बीच बने हैं, जबकि 150 मात्र 16 महीनों (30.06.2024 से 30.10.2025) के भीतर बने हैं।

कुल सड़कों में NH ढाई फीसदी से भी कम

देश में नेशनल हाईवे की कुल लंबाई की बात करें तो 2014 से 2024 के बीच यह 91,287 किलोमीटर से 1,46,195 किलोमीटर तक पहुंची। यानि, दस साल में 60 फीसदी बढ़ी। सकरार कहती है, अभी 50 किलोमीटर रोज की रफ्तार से हाईवे बन रहे हैं। इसे 60 किलोमीटर ले जाने का लक्ष्य है।

मार्च, 2025 में देश में सड़कों की कुल लंबाई 63 लाख किलोमीटर थी। इसमें नेशनल हाईवे मात्र 1,46,204 किलोमीटर ही था। महज 2.3 फीसदी। जबकि इन पर बनाए टोल प्लाजा से वसूली सालाना करीब दस फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में जितनी वसूली हुई, लगभग उतनी अगले वित्त वर्ष में फरवरी तक ही कर ली गई थी।

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 18 दिसम्बर को सदन में बताया कि अगले साल तक ज़्यादातर प्लाजा पर टोल वसूली का नया सिस्टम लागू किया जाएगा।

क्या होगा नए सिस्टम में

2026 में 1050 टोल प्लाजा पर सरकार एआई-आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने जा रही है। इस व्यवस्था के तहत टोल प्लाजा को बैरियर फ्री बनाया जाएगा। गाड़ियों को रुकने की जरूरत नहीं होगी। इनके रुके बिना एआई आधारित एडवांस्ड कैमरा नंबर प्लेट और Fastag का डाटा पढ़ कर टोल जमा कर लेगा। गडकरी का कहना है कि इससे 1500 करोड़ रुपये तक का पेट्रोल-डीजल बच सकता है और राजस्व में 6000 करोड़ रुपये तक की वृद्धि हो सकती है।

यह सिस्टम इस साल अगस्त में गुजरात में एनएच-48 पर चोरयासी शुल्क प्लाजा पर पहली बार लागू किया गया था। इस सिस्टम को मल्टी-लेन फ्री फलो (MLFF) टोलिंग सिस्टम कहा जाता है।

अगस्त में ही 15 तारीख को सरकार ने निजी वाहनों के लिए सालाना Fastag पास की सुविधा दी थे। इसके तहत 3000 रुपये एक बार देकर एक साल के भीतर 200 टोल नाका पास कर सकते हैं। यह हाईवे और एक्सप्रेसवे के 1150 टोल नाकों पर मान्य है।

बता दें कि नेशनल हाईवे पर टोल की वसूली नेशनल हाईवेज फी रूल्स, 1997 के तहत होती है। 2008 के एक नियम (नेशनल हाईवेज फी डिटर्मिनेशन ऑफ रेट्स एंड कलेक्शन रूल्स) के तहत ऐसी व्यवस्था की गई कि नेशनल हाईवे पर किसी सेक्शन में एक ही दिशा में 60 किलोमीटर के भीतर दो टोल प्लाजा नहीं बनाए जा सकते। अगर ऐसा किया जाता है तो इसके लिए संबन्धित अफसरों को लिखित कारण बताना होगा। इसके अलावा कुछ ऐसी परिस्थितियां बताई गई हैं, जिनके मद्देनजर अपवादस्वरूप 60 किलोमीटर के भीतर दूसरा टोल प्लाजा बनाए जाने की इजाजत है।

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) की राज्यवार लंबाई (किमी में)

क्रम संख्याराज्य / केंद्र शासित प्रदेश31.03.2014 तक NH की लंबाई30.06.2025 तक NH की लंबाई
1आंध्र प्रदेश4,1908,683
2अरुणाचल प्रदेश2,0274,367
3असम3,6344,077
4बिहार4,4676,155
5चंडीगढ़2415
6छत्तीसगढ़3,0313,620
7दिल्ली80157
8गोवा269299
9गुजरात4,6948,111
10हरियाणा2,0503,347
11हिमाचल प्रदेश2,1962,607
12जम्मू और कश्मीर1,5131,935
13झारखंड2,9683,633
14कर्नाटक6,1778,191
15केरल1,7001,858
16लद्दाख806806
17मध्य प्रदेश5,1169,263
18महाराष्ट्र6,24918,462
19मणिपुर1,4521,840
20मेघालय1,1711,156
21मिजोरम1,2221,499
22नगालैंड7411,670
23ओडिशा4,5505,897
24पुडुचेरी5364
25पंजाब1,6994,264
26राजस्थान7,64610,733
27सिक्किम149730
28तमिलनाडु4,9757,000
29तेलंगाना2,4004,926
30त्रिपुरा509889
31उत्तर प्रदेश7,98612,123
32उत्तराखंड2,2823,664
33पश्चिम बंगाल2,9083,910
34अंडमान और निकोबार द्वीप समूह300331
35दादरा और नगर हवेली3137
36दमन और दीव2222
कुल योग91,287146,342

भारत में राज्यवार टोल प्लाजा की सूची

राज्य / केंद्र शासित प्रदेश30. 10.2025 को नेशनल हाईवे पर टोल प्लाजा की संख्या30.6.2024 को नेशनल हाईवे पर टोल प्लाजा की संख्या
राजस्थान172142
उत्तर प्रदेश137102
महाराष्ट्र9881
मध्य प्रदेश9786
आंध्र प्रदेश8568
हरियाणा7537
तमिलनाडु7467
कर्नाटक6661
गुजरात6246
पंजाब4339
बिहार4233
तेलंगाना3533
ओडिशा3227
पश्चिम बंगाल2929
छत्तीसगढ़2423
झारखंड2215
असम10 
केरल89
उत्तराखंड711
जम्मू और कश्मीर65
हिमाचल प्रदेश55
मेघालय4 
दिल्ली1 
गोवा1 
कुल योग1135