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PF Calculator: 40,000 रुपये बेसिक सैलरी से बन सकता है 6 करोड़ से ज्यादा का रिटायरमेंट फंड, समझिए कैलकुलेशन

EPF Calculator: कर्मचारी की बेसिक सैलरी प्लस महंगाई भत्ते का 12 फीसदी हर महीने प्रोविडेंट फंड अकाउंट में जमा होता है। इतनी ही राशि कंपनी की तरफ से भी दी जाती है। लेकिन इसका एक हिस्सा पेंशन और एक हिस्सा पीएफ फंड में जाता है।

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भारत

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Pawan Jayaswal

Aug 19, 2025

PF Calculator

प्रोविडेंट फंड कर्मचारी की वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा के लिए होता है। (PC: Gemini)

PF Calculator: अगर किसी कंपनी में 20 या इससे अधिक कर्मचारी काम करते हैं, तो उस कंपनी के लिए अपने कर्मचारियों का पीएफ खाता खुलवाना अनिवार्य हो जाता है। प्राइवेट कंपनी हो, इंडस्ट्री हो या फिर वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, सभी के लिए यह नियम लागू होता है। कर्मचारियों का पीएफ यानी प्रोविडेंट फंड अकाउंट ईपीएफओ के अंतर्गत खोला जाता है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है। पीएफ खाता कर्मचारियों का रिटायरमेंट फंड और पेंशन फंड तैयार करने में काम आता है।

पीएफ में कितना होता है योगदान?

कर्मचारी की बेसिक सैलरी+महंगाई भत्ते का 12 फीसदी योगदान पीएफ खाते में जाता है। इतना ही पैसा कंपनी अपनी तरफ से भी डालती है। लेकिन कंपनी के 12 फीसदी योगदान में से सिर्फ 3.67 फीसदी ही पीएफ खाते में जाता है। वहीं, 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन योजना में जाता है। कर्मचारी को पेंशन का पेमेंट रिटायरमेंट होने के बाद मिलता है।

उदाहरण से समझिए

मान लीजिए किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी+डीए 40,000 रुपये है। इसका 12 फीसदी (कर्मचारी का योगदान) यानी 4,800 रुपये हर महीने पीएफ खाते में जाएगा। अब कंपनी को भी 4,800 रुपये का ही योगदान देना है। लेकिन इस 4800 रुपये में से 3,332 रुपये पेंशन योजना में जाएंगे और 1468 रुपये पीएफ खाते में जाएंगे। इस तरह हर महीने कुल 6,268 रुपये पीएफ खाते में जाएंगे और 3,332 रुपये पेंशन योजना में जाएंगे।

40,000 रुपये है बेसिक+DA तो कितना बड़ा होगा फंड?

सभी कंपनियों का सैलरी स्ट्रक्चर अलग-अलग होता है। बेसिक सैलरी आपकी कुल सीटीसी के 30 से 60 फीसदी तक हो सकती है। प्रस्तावित नए श्रम कानूनों के अनुसार, बेसिक सैलरी सीटीसी की न्यूनतम 50 फीसदी होनी चाहिए। कैलकुलेशन के लिए हम यहां बेसिक सैलरी+डीए 40,000 रुपये लेकर चल रहे हैं। मान लीजिए आपकी उम्र 25 साल है और यह आपकी जॉब की शुरुआत है, जिसमें आपकी बेसिक सैलरी+डीए 40,000 रुपये है। अब समय के साथ जब आपका इंक्रीमेंट होगा, तो बेसिक सैलरी+डीए भी बढ़ेगा। कैलकुलेशन के लिए हम यहां औसत सालाना इंक्रीमेंट 10 फीसदी मानकर चल रहे हैं। रिटर्न की बात करें, तो इस समय पीएफ पर 8.25 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। आइए जानते हैं कि जब आप 60 साल की उम्र में रिटायर होंगे, तो पास कितना बड़ा रिटायरमेंट कॉर्पस होगा।

ऐसे बनेगा 6,30,82,711 रुपये का फंड

कर्मचारी की वर्तमान उम्र- 25 साल
रिटायरमेंट की उम्र- 60 साल
शुरुआती बेसिक सैलरी+डीए- 40,000 रुपये
औसत सालाना इंक्रीमेंट- 10%
पीएफ में कर्मचारी का योगदान- 12%
पीएफ में कंपनी का योगदान- 3.67%
पीएफ पर ब्याज दर- 8.25%
रिटायरमेंट पर कुल पीएफ कॉर्पस- 6,30,82,711 रुपये
कुल कॉर्पस में आपकी निवेश राशि- 2,24,99,106
कुल कॉर्पस में कुल ब्याज की रकम- 4,05,83,605
(पीएफ की यह गणना बजाज फिनसर्व के ईपीएफ कैलकुलेटर से की गई है।)

ध्यान दें कि कैलकुलेशन में बताया गया रिटर्न इंडिकेटिव है। लीप ईयर और टैक्सेशन के प्रभाव से वास्तविक रिटर्न में थोड़ा अंतर आ सकता है। साथ ही यहां 8.25 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर ली गई है। मैच्योरिटी की अवधि तक कई बार सरकार द्वारा ब्याज दर में बदलाव किया जा सकता है। इससे भी आपके वास्तविक रिटर्न पर असर पड़ेगा।